यरुशलम, एपी : इजरायल की सेना ने गाजा में 7 राहतकर्मियों को मारे जाने के प्रकरण में एक मेजर और एक कर्नल को बर्खास्त कर दिया है, इसके अतिरिक्त ही क्षेत्र में तैनात तीन सैन्य अधिकारियों की कड़ी फटकार लगाई है। इसी हफ्ते गाजा में बेघरों को खाना पहुंचाने जा रहे 7 राहतकर्मियों की इजरायल सेना के ड्रोन हमले में मृत्यु हो गई थी।
शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है इज़रायल को
मारे गए 7राहतकर्मियों में से छह विदेशी नागरिक थे जिसके चलते अमेरिका और यूरोपीय देशों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है। राहतकर्मियों को मारे जाने के प्रकरण में इजरायल सेना के रिटायर्ड जनरल योएव हर-इवेन की प्रारम्भिक जांच में जो तथ्य सामने आए हैं उससे इजरायल को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है।
पता चला है कि गाजा में सेना मनमाने ढंग से हमले कर रही थी, कौन निशाना बन रहा इसका उसे ध्यान नहीं था। अभी तक की जांच में राहतकर्मियों पर हमले के लिए 5 सैन्य अधिकारी सवालों के शक में हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन बोले है कि बार-बार कहने के बावजूद इजरायल ने गाजा में आमजनों और राहतकर्मियों को हमलों से बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
जो बाइडन ने अब हमले के लिए जिम्मेदार लोगो पर कार्रवाई को गाजा में इजरायल को अमेरिका के समर्थन से जोड़ दिया है। कहा कि राहतकर्मियों और आमजन को मारे जाने का सिलसिला लगातार चल रहा तो अमेरिका अपने समर्थन पर पुनर्विचार कर सकता है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय दबाव में इजरायल सरकार ने उत्तरी गाजा में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए इरेज क्रा¨सग को खोलने का निर्णय लिया है जबकि दक्षिणी गाजा में सामग्री पहुंचाने के लिए अशडोब बंदरगाह पर जहाज लंगर डाल सकेंगे।