लखनऊ,शिव सिंह : सोमवार की दोपहर संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के ओटी वन मे मानीटर में स्पार्क होने के कारण आग लग गई। आग पहले वर्कस्टेशन पर और फिर ओटी मे फैल गयी। संस्थान का फायरसिस्टम तुरंत सक्रिय हुआ और आग पर काबू पाया गया। वहां मौजूद सभी मरीजो को पोस्ट आपरेटिव आईसीयू मे शिफ्ट किया गया।एक महिला रोगी, जिसकी एन्डोसर्जरी ओ टी में सर्जरी चल रही थी, को बचाया नहीं जा सका। साथ ही एक बच्चे को, जिसकी ह्रदय की सर्जरी हो रही थी, अत्यधिक धुएं के कारण वहां से निकाल कर डायलिसिस आईसीयू में लाकर बचाने की कोशिश की गई किन्तु हम उसे बचा नही पाये… ये कहना है पीजीआई के निदेशक आरके धीमन का।
मुख्यमंत्री ने दिये जांच के निर्देश
संस्थान की ओटी म़े लगी आग की सूचना से परिसर में अफरातफरी मच गयी।दमकल की पांच गाडियों ने मशक्कतों के बाद आग पर काबू पाया।पहली मंजिल में भरे धुंए को खिड़कियों के शीशे तोड़ कर बाहर निकाला गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसजीपीजीआई में लगी आग की घटना का संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों और फायर बिग्रेड की टीमों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी घायलों को तुरंत उचित उपचार देने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की साथ ही घटना की जांच कराने के भी निर्देश दिये हैं।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी एसजीपीजीआई में आग लगने की घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं। ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा को मौके पर भेजा गया है।