आगरा, संवाददाता : आगरा के लोहामंडी की आलमगंज चौकी पर शुक्रवार को चौकी प्रभारी और दरोगा में विवाद हो गया । कहा गया कि दरोगा ने प्रभारी को चौकी में बंद कर लात-घूंसों से मारा। इतना मारा कि चौकी प्रभारी का पैर टूट गया। जानकारी अधिकारियों तक मिलने पर दरोगा को निलंबित कर दिया गया। विभागीय जांच कराई जा रही है। चर्चा है कि अवैध वसूली की रकम के मुद्दे पर दोनों में विवाद हुआ था। दरोगा हफ्ता मांग रहा था।जबकि चौकी प्रभारी के मना करने पर ऐसा हुआ। पहले प्रभारी खुलकर बोल रहे थे। मगर, अधिकारियों के आने के बाद चुप्पी साध लिया ।
एसीपी बोले, वरिष्ठता और कनिष्ठता का विवाद
डीसीपी सिटी सूरज राय ने एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी को चौकी आलमगंज पर जांच के लिए भेजा था। एसीपी ने कहा कि वर्ष 2019 बैच के दरोगा संजय कुमार चौकी प्रभारी हैं। एक महीने पहले चौकी पर दरोगा रमेश चंद माथुर की तैनाती हुई है। वह सिपाही से दरोगा बने हैं। दोनों में वरिष्ठता और कनिष्ठता को लेकर विवाद हुआ था। दरोगा खुद को वरिष्ठ बताते हुए हर कार्य में पूछने को कह रहे थे। इस पर चौकी प्रभारी से विवाद हुआ। मारपीट की पुष्टि नहीं हुई है।
अधिकारियों के पहुंचते ही प्रभारी ने साधी चुप्पी
मामले में भले ही अधिकारी कनिष्ठता और वरिष्ठता तो लेकर विवाद की बात कह रहे हैं। मगर, चर्चा है कि चौकी प्रभारी ने अपने खास लोगों को फोन किए थे। बताया था कि दरोगा हफ्ता मांग रहा था। कह रहा था कि पुलिस को एडवांस में हफ्ता मिलता है। अगर, चौकी चलानी है तो रकम देनी होगी। इसका विरोध करने पर दरोगा हमलावर हो गया। चौकी का गेट बंद कर लिया। उनकी लात-घूंसों से पिटाई की। इसमें उनके पैर की हड्डी टूट गई। एसीपी की रिपोर्ट में भी मारपीट की पुष्टि हुई है। अधिकारियों तक मामला पहुंचने पर दरोगा और चौकी प्रभारी को चौकी से हटा दिया गया। चौकी प्रभारी ने फोन उठाने भी बंद कर दिए। वह अब कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। थाने पर भी पुलिस नहीं बता रही है।