मुरादाबाद, संवाददाता : जनवरी का आधा महीना व्यतीत होने को है, लेकिन ठंड का सितम बढ़ता ही जा रहा है। स्थिति यह है कि दिन का तापमान गत वर्षों से लगभग हर दिन कम ही दर्ज किया जा रहा है। मौसम वैज्ञानिको कजे अनुसार पहले 14 दिन के औसत के आधार पर इस बार पिछले 14 वर्षों में सबसे ज्यादा ठंड हो रही है।
कड़ाके की ठंड के साथ घना कोहरा
सोमवार सुबह से ही कड़ाके की ठंड के साथ घना कोहरा छाया हुआ है। इससे वाहन चालकों के साथ जनजीवन प्रभावित हो गया है। शनिवार रात जबरदस्त कोहरा था। दृश्यता शून्य थी। रविवार सुबह जब लोग घरों से निकले तो फिर उनका सामना कोहरे से हो गया। अवकाश होने के कारण से ज्यादातर लोग दोपहर तक बिस्तरों में दुबके रहे।
कड़ाके की ठंड के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लोगाें के दैनिक कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। दोपहर दो बजे के आसपास धूप निकलने के बावजूद उसमें कोई तपिश नहीं थी। इसके कारण पार्कों में भी ज्यादा रौनक नजर नहीं आई। शाम होते-होते शहर को फिर कोहरे की चादर ने ढक लिया।
पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह के अनुसार सोमवार को घना कोहरा छाया रहेगा। इसकी वजह से गलन और ठिठुरन बढ़ सकती है। पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो गई है। इसके अतिरिक्त राजस्थान से भी ठंडी हवाये आ रही है। यह वातावरण में सर्दी को बढ़ा रही है। इसी से दिन के तापमान में भी गिरावट आई है।
मौसम विज्ञान विभाग के डाटा संग्रह केंद्र के अधिकारियों के मुताबिक रविवार को अधिकतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह के समय वातावरण में नमी 97 फीसदी रही और शाम को 84 फीसदी दर्ज की गई। हवा की गति पश्चिम से पूरब दिशा में पांच से दस किलोमीटर प्रति घंटा चलती रही।