नई दिल्ली, एनएआई : कतर से नौसेना के कर्मियों की रिहाई के लिए कैप्टन सौरव वशिष्ठ और उनके पिता ने पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर धन्यवाद दिया। पत्र में सौरव ने कहा कि मेरे जीवन के सबसे कठिन समय में आपके समर्थन और प्रयासों के लिए धन्यवाद व्यक्त करता हूं।
पत्र में लिखी भावुक कर देने वाली बातें
उन्होंने प्रधानमंत्री के संकल्प की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपका यह कथन कि कोई भी भारतीय पीछे नहीं रहेगा, मेरी आत्मा में गूंजता रहा है। आपने अपनी प्रतिबद्धता का ईमानदारी से प्रयास किया है। कतर के जेल में रहते हुए मुझे ऐसा लगता था कि राजनयिक व्यस्तताओं के चलते आप मेरी सुरक्षित वापसी कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को देखकर भी मुझे भी ऐसा लगता था कि मेरी मुक्ति में श्रीराम की भी कृपा होगी।
पुत्र के वापस आने पर पिता ने किया पीएम का धन्यवाद
कैप्टन सौरव के पिता विंग कमांडर राजिंदर कुमार वशिष्ठ (सेवानिवृत्त) ने भी पीएम की प्रशंसा किया और मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मेरा बेटा कतर की हिरासत में लिए गए आठ भारतीयों में से एक है। 18 महीनों से ज्यादा समय तक चली इस पीड़ादायक गाथा में आप हमारी आशा के अटूट स्तंभ बनकर उभरे। पुत्र को निराशा के कगार से वापस लाने में आपके प्रयासों के लिए कृतज्ञ हूं।