कानपुर, संवाददाता : बिकरू कांड में हाल ही में आरोपी बनाई मनु पांडेय अपनी दादी माधुरी शुक्ला (75) के अंतिम दर्शन को नहीं आयी, जबकि पुलिस ने जाल बिछाकर उसे पकड़ने का प्रयास किया। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद माधुरी शुक्ला के शव का बिठूर के शमशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। पौत्र हर्ष शुक्ला ने उन्हें मुखाग्नि दी।
माधुरी शुक्ला मंधना के बाहलोलपुर स्थित मकान की दूसरी मंजिल पर रहती थी। मंगलवार को वह घर में मृत पाई गई थी। इसी मकान की दूसरी मंजिल पर उनकी बहू और मनु की मां सुनीता अपने दो बच्चों के साथ रहती हैं, लेकिन उन्हें सास की मौत की जानकारी नहीं हो सकी थी। इसके पीछे सास-बहू में अनबन होने की बात सामने आई थी।
इधर पुलिस को उम्मीद थी कि बिकरू हत्याकांड की आरोपी मनु दादी के अंतिम दर्शन करने के लिए घर या घाट में अवश्य आएगी। माधुरी के घर से पोस्टमार्टम हाउस और बिठूर के शमशान घाट तक सादी वर्दी में पुलिस चप्पे चप्पे पर लगी थी, ताकि मनु को गिरफ्तार किया जा सके लेकिन पुलिस की पूरी कवायद धरी की धरी रह गई। वहीं, मनु के पिता संजय भी अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुए।
पता नहीं चल सका मौत का कारण
बिकरू कांड की आरोपी मनु पांडेय की दादी माधुरी शुक्ला का बुधवार को तीन डॉक्टरों मनीष शुक्ला, अवधेश कटियार और सुनील कुमार ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम प्रकिया की वीडियो ग्राफी भी कराई गई। सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम में माधुरी की मौत की वजह साफ नहीं हो सकी है। डॉक्टरों ने हार्ट व बिसरा सुरक्षित रखा है।