कानपुर, संवाददाता : बसपा नेता व भूमाफिया पिंटू सेंगर की हत्या के बाद उसके गैंग की कमान एक वकील की शह पर चकेरी थाने के हिस्ट्रीशीटर रोशन लारी ने संभाल ली है। वकील के द्वारा रोशन लारी पुलिस को पिंटू सेंगर हत्याकांड की विवेचना में उलझाकर पिंटू सेंगर की संपत्तियों को निपटाने में लगा हुआ है। सूत्रों के अनुसार विगत ही में उसने उन्नाव में भूमाफिया से साइट विकसित करने के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपये लिए हैं। इसके अतिरिक्त सनिगवां गांव के माफिया से से एक बड़ा प्लॉट अपने नाम लिखा लिया है।
एक वर्ष पहले जेल से छूटने के बाद से लारी इसी काम में लगा है। बावजूद पुलिस सिर्फ पिंटू सेंगर हत्याकांड और उसके आरोपियों पर नकेल कसने पर केंद्रित है, जबकि लारी फिर से जमीन के विवादों में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। जबकी , 20 जून 2020 को दो बाइक सवार चार बदमाशों ने नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस प्रकरण में पप्पू स्मार्ट समेत 14 लोगों को जेल भेज दिया। पिंटू सेंगर खुद चकेरी थाने का गैंगस्टर और भू माफिया था।
पिंटू सेंगर के खिलाफ दर्ज थे 35 आपराधिक मुकदमे
पिंटू सेंगर के खिलाफ शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 35 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। वह विवादित जमीन को कम दामों में खरीदकर महंगे दामों में बेंच देता था। उसके डर और आतंक के चलते कोई सामने नहीं आता था। पिंटू के जीवित रहते लारी और वकील सबसे सक्रिय भूमिका में थे। इसके अलावा रानू विश्वकर्मा, साजू, वीरेंद्र पाल, अकबर, फैजान, अफसार कबाड़ी, रोहित ज्वैलर्स समेत कई सक्रिय सदस्य थे। लारी और वकील के खिलाफ भी चकेरी, कैंट, महाराजपुर, नौबस्ता, कल्याणपुर, कलक्टरगंज व कोतवाली में 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। चूंकि पिंटू भी वकील को काफी मानता था, इसलिए वकील की शह पर ही रोशन लारी दोबारा गैंग का संचालन कर रहा है।
संजय एडी गैंग की कमान पिंटू सेंगर ने संभाली थी
पिंटू सेंगर संजय एडी गिरोह का सक्रिय सदस्य था। वर्ष 1996-1997 में संजय के एनकाउंटर के बाद पिंटू सेंगर ने गैंग संभाल लिया। साथ ही अपराध करने के तरीके में बदलाव कर वसूली की जगह चकेरी, जाजमऊ, महाराजपुर में अपने करीबी लोगों के साथ मिलकर विवादित संपत्तियों को खरीदफरोख्त शुरू कर दी। पुलिस से बचने के लिए बसपा में चला गया।
हत्या के प्रकरण में जमानत पर बाहर आने के बाद संभाला गैंग
रोशन लारी चकेरी थाने का बड़ा अपराधी है। उसके खिलाफ वर्ष 2007 से वर्ष 2010 के बीच तीन आपराधिक मामले दर्ज हुए थे, जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, धमकी, एससीएसटी शामिल है। इन सभी मामलों में चार्जशीट भी दाखिल हो गई है। हत्या के मामले में फरार चल रहे रोशन लारी को चकेरी पुलिस ने जेल भेज दिया था। एक साल पहले ही वह जेल से जमानत पर छूटने के बाद पिंंटू सेंगर गिरोह का सरगना बन गया