लखनऊ, शिव सिंह : भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में मंगलवार को प्रधानमंत्री किसान सम्माननिधि की सत्रहवीं किस्त जारी करने के उपलक्ष्य में सजीव प्रसारण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं संचार राज्य मंत्री डा० चन्द्रशेखर पेम्मासानी ने अध्यक्षता की।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के उपमहानिदेशक (कृषि प्रसार) डा० यूएस गौतम और दीपारंजन निदेशक ग्रामीण आजीविका मिशन भी मौजूद रहीं। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डा० आर विस्वनाथन ने अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह,अंगवस्त्र और पुष्प गुच्छ देकर किया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन और परिषद गीत के साथ किया गया।
निदेशक आर विश्वनाथन ने संस्थान की गतिविधियों पर प्रकाश डाला
निदेशक आर विश्वनाथन ने गन्ना अनुसंधान संस्थान की गतिविधियों के बारे में अवगत कराते हुये विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा० चन्द्रशेखर पेम्मासानी ने बताया कि किसानों के सुनियोजित विकास के लिए भारत सरकार ने पीएम-किसान सम्माननिधि योजना 2019 में शुरू की थी। इस योजना के तहत अब तक ग्यारह करोड़ से अधिक किसानों को 3.04 लाख करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है।
आज तीस हजार एफपीओ/एसएचजी किसान समूहों को माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किया जाएगा।केन्द्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और कृषि मण्डियों के साथ-साथ महिला शसक्तिकरण एवं अन्य योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। उपमहानिदेशक ने बताया कि सात सौ इकतीस कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं एफपीओ के माध्यम से लगभग दो करोड़ किसान/किसान दीदी जुड़ गई है।
इसके साथ-साथ लगभग उंचास प्रतिशत क्षात्राएं विश्वाविद्यालयों में कृषि शिक्षा ग्रहण कर रही है। इसके साथ-साथ उपमहानिदेशक कृषि प्रसार ने उदमियता पर बात करते हुये बताया कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि के साथ ही ड्रोन तकनीकी पर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है जिससे गाँव के लोग प्रशिक्षण प्राप्त करके स्वलम्बी हो रहे है।
इस कार्यक्रम में लगभग तीन सौ से अधिक किसान/ महिला सखियों, लखपति दीदियों एवं पचपन से अधिक संस्थान के वैज्ञानिक, तकनीकी कर्मचारियों ने भाग लिया इसके साथ-साथ मंत्री महोदय ने इक्षु पत्रिका का विमोचन करने के साथ ही लखपति दीदियों और महिला सखियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया।
महिला सखी राजकुमारी मौर्य ने बताया कि भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ से प्रशिक्षण प्राप्त करके आज वह आधुनिक खेती कर रही है और किसान पाठ शाला चला कर किसानों को जैविक खेती के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रही है। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा० वीपी सिंह विभागाध्यक्ष फसल उत्पादन विभाग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।