आगरा, संवाददाता : उत्तर प्रदेश के आगरा में जिला अस्पताल में सोमवार को कायाकल्प टीम निरीक्षण के लिए पहुंची। निरीक्षण में इमरजेंसी ट्रे में शॉर्ट एक्सपायरी तिथि का इंजेक्शन रखा मिला। वहीं एक नर्स सही तरीके से दस्ताने पहनकर नहीं दिखा सकी। तो दूसरी को ठीक से हाथ धोने का तरीका भी नहीं पता था। वार्ड और शौचालय में गंदगी के साथ बायोमेडिकल वेस्ट का उचित ढंग से निस्तारण नहीं मिला। टीम ने यहां नर्सिंग स्टाफ को हाथ में कलावा आदि न पहनने का सुझाव दिया, कहा इससे इंफेक्शन का खतरा रहता है।
वर्ष में दो बार कायाकल्प की टीम करती है निरीक्षण
सरकारी अस्पतालों की ग्रेडिंग के लिए वर्ष में दो बार कायाकल्प की टीम निरीक्षण करती है। कायाकल्प टीम के सदस्य डॉ. रवीश कुमार ने सोमवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। वह सबसे पहले पीकू वार्ड में पहुंचे। यहां इमरजेंसी ट्रे में उल्टी की रोकथाम के लिए दिए जाने वाला इंजेक्शन शार्ट एक्सपायरी तारीख का था। इसे अलग रखा जाना चाहिए।
उन्होंने नर्स से दस्ताने पहनने के लिए कहा, पहनते समय ही दस्ताना फट गया। बगल में खड़ी नर्स ने पूछा, क्या इन्होंने सही तरीके से दस्ताना पहना है? फिर दूसरी नर्स ने सही ढंग से दस्ताना पहनकर दिखाया। इसके बाद हाथ धोने का तरीका पूछा, जिससे मरीजों में संक्रमण ना फैले लेकिन हाथ धोने का तरीका भी ठीक नहीं था।
स्टोर में दवाएं सही तरह से नहीं रखी थी। स्टोर इंचार्ज से पूछा कि जो दवाइयां वार्ड में भेजते हो उनकी एक्सपायरी की लिखित जानकारी देते हो ? नहीं जवाब मिलने पर हर बार दवाओं की आपूर्ति के साथ एक्सपायरी की लिखित जानकारी भेजने के निर्देश दिए। एक्सपायर दवाओं को अलग रखने और उस पर एक्सपायरी तिथि लिखने के लिए कहा। अस्पताल की ओपीडी में 3600 मरीज और वार्ड में 60 मरीज भर्ती मिले।
निरीक्षण के आधार पर मिलेंगे अंक
यह विभाग की आंतरिक जांच की प्रक्रिया है। निरीक्षण के आधार पर अंक दिए जाएंगे। इससे हमें अपनी कमियों को सुधारने और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। कोई खास कमी नहीं मिली है। रिपोर्ट कल मिलेगी। – डॉ. आर के अरोरा, प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल