नई दिल्ली, एंटरटेनमेंट डेस्क : जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं, जहां समझ में नहीं आता कि क्या करना चाहिए। ऐसे में उस वक्त सही राय देने वाले लोग याद रह जाते हैं। ‘दंगल’ फिल्म अभिनेत्री साक्षी तंवर के जीवन में वह इंसान उनके माता-पिता और निर्माता एकता कपूर हैं। साक्षी कहती हैं, ‘कई बार हमें छोटी-छोटी बातों से जीवन की बड़ी दिशा मिल जाती है।
एक बार मैं एकता कपूर के साथ शो कर रही थी। मैंने उन्हें कहा कि अब कुछ और करना चाहती हूं। तब एकता ने कहा था कि तुम्हारा जो काम करने का तरीका है, वह अनोखा है, वही तुम्हारा ब्रांड है, उसे मत खोना। मैंने करियर के शुरुआत में ही यह सीख लिया कि मैं जो कर रही हूं, उससे मेरा ब्रांड बना है, उसे जीवित रखना है। जो भी विषय मेरे इस ब्रांड को सपोर्ट करेगा, मैं वही काम करूंगी।
इस ग्लैमर जगत में परिवार का साथ भी बहुत जरूरी मानती हैं – साक्षी
यह सोच मेरे लिए आगे किसी काम को करने, न करने का निर्णय लेने के लिए सबसे बड़ा सहारा बना।’ इस ग्लैमर जगत में साक्षी परिवार का साथ भी बहुत जरूरी मानती हैं। वह आगे कहती हैं, ‘परिवार ही होता है, जो हर छोटी-बड़ी परिस्थितियों से बाहर निकालता है। मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे माता-पिता ने हर मोड़ और परिस्थिति से निपटना सिखाया है।
एक वक्त था जब मैं बहुत सारी चीजें एक साथ कर रही थी। मैं थक जाती थी, अच्छे पैसे कमा रही थी, लेकिन खाने और सोने का वक्त तक नहीं मिल रहा था। मुझे आराम भी चाहिए था और काम भी नहीं छोड़ना था। तब पापा ने मुझे बैठाकर पूछा कि किस चीज के पीछे भाग रही हो। अगर केवल पैसे के लिए काम कर रही हो, तो मत करो। काम तभी करो, जब तुम काम और उसकी प्रक्रिया का आनंद ले सको। उनकी इस सीख से मदद मिली।
मां भी कहती थीं कि भागो मत, रुको, उस पल को महसूस करो। लोग आसपास भाग रहे हैं, तो उन्हें भागने दो। तुम अपनी गति तय करो, वह करो, जिसमें सहज हो। जिस गति में आप चलने से थक नहीं रही हैं और अपनी पूरी प्रतिभा से काम कर पा रही हैं, वही गति तय करो। यह बातें मेरे लिए इस इंडस्ट्री में काम करते रहने का मंत्र बन गईं। मैं बहुत से काम छोड़ देती हूं। किसी शोरगुल का हिस्सा नहीं हूं।