कानपुर, संवाददाता : जेल में बंद पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जाजमऊ के वाजिदपुर स्थित कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की भूमि पर कब्जा करने की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुरू कर दिया है। 7700 वर्गमीटर की इस जमीन में कई टेनरियां चल रही हैं और कई परिवार अवैध रूप से रह रहे हैं। बुधवार को लखनऊ से आई ईडी की टीम ने टेनरी संचालकों और रहने वाले लोगों से पूछताछ किया व उनके बयान दर्ज किए।
इस दौरान राजस्व और केडीए की टीम भी उपस्थित रही। जबकि , वादी विमल कुमार ने आरोप लगाया था कि वाजिदपुर में दुर्गाविहार स्थित उसकी एक हजार वर्ग मीटर जमीन पर पूर्व विधायक और उनके नजदीकियो ने कब्जा कर लिया है। इस प्रकरण में 25 दिसंबर 2022 को जाजमऊ थाने में इरफान सोलंकी, शाहिद लारी ,हाजी वसी और कमर आलम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
जिलाधिकारी के आदेश पर जब लेखपाल जांच करने पहुंचा, तो सामने आया कि इरफान और उनके नजदीकियों ने विमल कुमार की भूमि के आसपास करीब 7700 वर्ग मीटर केडीए की जमीन भी कब्जा कर लिया है। इसके आधार पर ईडी ने जांच शुरू की है। इरफान और उनके करीबियों के खिलाफ मनी लांडि्रंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच की जा रही है, जिसमें अब इस प्रकरण को भी शामिल कर लिया गया है।
पांच सदस्यीय टीम ने इरफान के चाचा की टेनरी में भी जाकर की पूछताछ
लखनऊ से आई ईडी की पांच सदस्यीय टीम ने बुधवार सुबह वाजिदपुर स्थित आराजी संख्या 48 की जांच पड़ताल की। इस जमीन के कुछ हिस्से में टेनरी, कुछ में आबादी है। शेष हिस्सा खाली पड़ा है। टीम ने इंपीरियल टैनिंग इंडस्ट्रीज में पहुंचकर जांच पड़ताल की। यह टेनरी इरफान सोलंकी के चाचा इश्तियाक सोलंकी की है।
राजस्व और केडीए की टीम को मौके पर बुलाया
दोपहर में ईडी की टीम ने राजस्व टीम के साथ केडीए के अमीन रमेश चंद्र प्रजापति ने टीम को जमीन की जानकारी दी। ईडी ने शाम को दोबारा राजस्व और केडीए की टीम को मौके पर बुलाया, तब केडीए के तहसीलदार रामनाथ पटेल, अमीन मनोज कुशवाहा, रमेश चंद्र प्रजापति, सोहन लाल ने पहुंचकर इस आराजी, जमीन के संबंध में जानकारी ली।
कब्जा कर बनवाई टेनरी और मकान, किराये पर उठा दिए
सूत्रों के अनुसार, ईडी की जांच में पता चला कि केडीए की इस जमीन पर पूर्व विधायक ने अपने रसूख के दम पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद अवैध रूप से निर्माण करा टेनरी संचालकों व अन्य कारोबारियों को किराये पर दे दिए। इसमें पूर्व विधायक का करीबी वसीम राइडर भी शामिल है।
शौकत पहलवान के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है ईडी
इस दौरान ईडी की टीम ने आसपास की टेनरियों में जाकर कब्जेदारों से बातचीत कर सर्वे भी किया। ईडी की छापेमारी से टेनरी संचालकों और कारोबारियों में दहशत का माहौल रहा। गौरतलब है कि इरफान के अलावा ईडी अब तक शौकत पहलवान के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।
टेनरी में अंदर घुसते ही गेट किया गया बंद
टेनरी के भीतर जाते ही टीम ने भीतर से गेट बंद कर लिया। सूत्रों के मुताबिक यह टेनरी बेनामी संपत्ति के तौर देखी जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने टेनरी के स्वामित्व को लेकर कानपुर विकास प्राधिकरण और राजस्व के अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी साथ ले गई है। ईडी की टीम जल्द दोबारा मुआयना करने आ सकती है।
शौकत अली का 1.36 करोड़ का पेंटहाउस कुर्क
वहीं, आगजनी मामले में महराजगंज जेल में बंद पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी के करीबी बिल्डर शौकत अली उर्फ शौकत पहलवान की एक और संपत्ति बुधवार को कुर्क कर ली गई। यह कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट के तहत जाजमऊ पुलिस ने की है। सिविल लाइंस के अपार्टमेंट में बने इस पेंटहाउस की कीमत करीब 1.36 करोड़ रुपये है।
गैंगस्टर एक्ट के तहत की थी कार्रवाई
संगीन अपराधों की सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर अरविंद सिंह ने बताया कि ग्वालटोली क्षेत्र में रहने वाली सपा नेता नूरी शौकत के पिता बिल्डर शौकत पहलवान जाजमऊ में नजीर फातिमा के प्लॉट में हुई आगजनी मामले में आरोपी है। शौकत कानपुर जेल में बंद है। पुलिस ने पूर्व विधायक व उनके साथी शौकत समेत सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी।
अब तक 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क
गैंगस्टर के तहत पुलिस अब तक पूर्व विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी व सहयोगी बिल्डर अज्जन और शौकत अली की करीब 70 करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति कुर्क कर चुकी है। इसमें 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति केवल शौकत अली की है।