नई दिल्ली, एंटरटेनमेंट डेस्क : आज विश्व के अच्छे निर्देशकों की बात की जाये तो इसमें एक नाम जरूर शामिल किया जाता है और वो नाम हैं एसएस राजामौली।
राजामौली ने वर्षो तक इंडस्ट्री में संघर्ष किया और एक मूवी ने उनकी किस्मत बदल दी, वो थी बाहुबली द बिगनिंग , फिर आरआरआर ने दुनिया भर में मशहूर कर दिया।
आज एसएस राजामौली आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। विगत 9 वर्षो में उनके लिए सिनेमा में शानदार रहे। हाइएस्ट पेड डायरेक्टर्स में से एक राजामौली को आज देश के सबसे बड़े निर्देशकों में गिनती होती हैं। डॉक्युमेंट्री मॉडर्न मास्टर्स: एसएस राजामौली रिलीज हो गई है।
क्या है दिखाती है नेटफ्लिक्स की डॉक्युमेंट्री ?
इस डॉक्युमेंट्री का निर्माण अप्लॉज एंटरटेनमेंट के साथ फिल्म कम्पेनियन स्टूडियोज ने किया है। इसमें प्रमुख रूप से बाहुबली मूवी की जापान रिलीज से लेकर आरआरआर के ऑस्कर तक जाने की घटनाओं को सम्मिलित किया गया है।
राजामौली की विभिन्न मूवी की शूटिंग करने के दृश्य हैं, ऐसी बहुत ही कम जानकारियां हैं, जिनके बारे में राजामौली के फैंस ना जानते हों। राजामौली की निजी जिंदगी के कुछ पुराने विजुअल्स प्रभावित कर सकते हैं। डॉक्युमेंट्री लगभग एक घंटा चौदह मिनट की है।
राजामौली की प्रशंसा में क्या बोले हॉलीवुड डायरेक्टर ?
डॉक्युमेंट्री में एमएम कीरवाणी, राजमौली के पिता केवी विजयेंद्र प्रसाद, करण जौहर ,रामचरण से लेकर जेम्स कैमरून और जो रूसो तक के इंटरव्यूज दिखाये गये हैं, जिन्होंने निर्देशक की प्रशंसा के पुल बांधे हैं।
कैमरून ने कहा कि ऐसी कोई वजह नहीं कि राजामौली वेस्ट राजामौली को मौके ना दे। राणा दग्गूबटी, राम चरण और प्रभास ने एसएस राजामौली संग काम करने का अनुभव शेयर किया है।
एसएस राजामौली का करियर
एसएस राजामौली ने अपना करियर साल 2001 में फिल्म स्टूडेंट नंबर 1 से बतौर डायरेक्टर शुरू किया था। उन्होंने सिम्हाद्रि, रगबी, छत्रपति और विक्रमारकुडु जैसी फिल्में बनाईं। यूं तो उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर चलीं, लेकिन उन्हें वैसी पॉपुलैरिटी नहीं मिली जैसी बाहुबली से मिली।
2015 में राजामौली विश्व की सबसे महंगी फिल्मों में से एक बाहुबली बनाई और इसने रिकॉर्डतोड़ कमाई किया। इसके पहले राजामौली की फिल्म मक्खी काफी चर्चित रही थी, जो हिंदी में भी रिलीज हुई थी।फिर आई आरआरआर जिसने उन्हें ऑस्कर तक पहुंचाया।
मूवी के गाने नाटू नाटू को ऑस्कर अवॉर्ड मिला था। बेस्ट डायरेक्टर के लिए राजामौली नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं। 2016 में उन्हें पद्म श्री भारत सरकार द्वारा दिया गया था। डॉक्युमेंट्री का निर्देशन राघव खन्ना और तन्वी अजिंक्य ने किया है।