नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : केरल के वायनाड में हुए लैंडस्लाइड ने तबाही मचा दी है। इस बीच वन विभाग के अधिकारियों ने एक जंगल में फंसे आदिवासी परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला। कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के हशीस के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने आदिवासी परिवार को बचा लिया , जिसमें एक से चार वर्ष की उम्र के चार बच्चे शामिल थे। कुल 6 लोगों का परिवार था।
हशीस से मिली जानकारी के मुताबिक, यह परिवार वायनाड के पनिया समुदाय से है, और एक गहरी खाई के सामने एक पहाड़ी की चोटी पर एक गुफा में फंसा हुआ था। वन विभाग के अधिकारियों की टीम को गुफा तक पहुंचने में साढ़े चार घंटे लगे।
‘वर्षा के चलते खाना तक नहीं बचा था’
हशीस ने इस घटना के संबंध में आगे जानकारी देते हुए कहा कि परिवार आदिवासियों के एक विशेष वर्ग से संबंध रखता है, जो आमतौर पर बाहरी लोगों से घुलना-मिलना पसंद नहीं करता। उन्होंने आगे ये भी बताया कि भूस्खलन और भारी बारिश के कारण उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं बचा था। फिलहाल उन्हें अट्टामला के दफ्तर में ही रखा गया है और बच्चे अब सुरक्षित हैं।
सीएम पिनाराई विजयन ने किया पोस्ट
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आठ घंटे के ऑपरेशन में उनकी बहादुरी के लिए वन विभाग की पीठ थपथपाई, जहां उन्होंने पश्चिमी घाट के जंगली इलाकों में ट्रैकिंग की।
पिनाराई विजयन ने एक्स पर भी पोस्ट किया, “भूस्खलन प्रभावित वायनाड में हमारे साहसी वन अधिकारियों की ओर से 8 घंटो के अथक ऑपरेशन के बाद एक सुदूर आदिवासी बस्ती से छह कीमती जिंदगियां बचाई गईं। उन्होंने ये भी कहा, हम आगे एकजुट होकर काम करेंगे और मजबूत होकर उभरेंगे।”