न्यूयॉर्क, एजेंसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क के नासाउ कोलेजियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम को सुनने के लिए बड़ी तादात में भारतीय पहुंचे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान अमेरिका के साथ भारत के बढ़ते संबंधों पर विस्तार से बात की। उन्होंने बड़ी संख्या में मौजूद लोगों को कार्यक्रम में आने के लिए धन्यवाद दिया।
न्यूयॉर्क के इनडोर स्टेडियम में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए अमेरिका के लॉस एंजिल्स और बोस्टन में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलने का निर्णय लिया। भारत सरकार के इस निर्णय से भारतीय लोगों को काफी राहत मिलेगी।
द्विपक्षीय साझेदारी का उद्देश्य विश्व की भलाई-पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय साझेदारी का उद्देश्य विश्व की भलाई है। नरेंद्र मोदी बोले , ‘अमेरिका और भारत के बीच साझेदारी मजबूत हो रही है। हमारी साझेदारी का उद्देश्य विश्व की भलाई है और हम हर क्षेत्र में सहयोग बढ़ा रहे हैं। हमने आपकी सुविधाओ को ध्यान में रखा है।’
पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘पिछले साल मैंने सिएटल में एक नया भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की थी। हमने दो अतिरिक्त दूतावासों के लिए आपके सुझाव मांगे थे। भारत ने लॉस एंजिल्स और बोस्टन में दो नए वाणिज्य दूतावास खोलने का निर्णय लिया है।’
इस दौरान पीएम मोदी ने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों की मजबूती की प्रशंसा की। कहा कि दोनों देश लोकतंत्र का जश्न मना रहे हैं। भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विश्व भर में चल रहे संघर्ष के बारे में भी बात किया ।
नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘2024 पुरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है। एक तरफ, कुछ देशों के बीच संघर्ष और तनाव है। वहीं, कुछ देशों में लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है।’ नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की प्राथमिकता विश्व में अपनी उपस्थिति बढ़ाना नहीं, बल्कि अपना प्रभाव बढ़ाना है।
पीएम मोदी ने भारतीय डायस्पोरा को किया संबोधित
भारतीय डायस्पोरा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, मैं दुनिया में जहां भी जाता हूं, हर लीडर के मुंह से भारतीय डायस्पोरा की तारीफ ही सुनता हूं। कल ही, प्रेसिडेंट बाइडन, मुझे डेलावेयर में अपने घर ले गए थे। उनकी आत्मीयता, उनकी गर्मजोशी, मेरे लिए दिल छू लेने वाला मोमेंट रहा। ये सम्मान 140 करोड़ भारतीयों का है, ये सम्मान आपका है, आपके पुरुषार्थ का है, ये सम्मान यहां रहने वाले लाखों भारतीयों का है। मैं प्रेसिडेंट बाइडन का आभार करूंगा और साथ ही आपका भी आभार व्यक्त करूंगा।
पीएम मोदी ने कहा कि, 2024 का वर्ष पुरे विश्व के लिए बहुत अहम है। एक तरफ विश्व के कई देशों के बीच संघर्ष चल रहा है, तो दूसरी तरफ कई देशों में डेमोक्रेसी का जश्न मनाया जा रहा है। भारत और अमेरिका, डेमोक्रेसी के इस जश्न में भी एक साथ हैं। यहां अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं और भारत में चुनाव हो चुके हैं।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, मैं भारत का पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसका जन्म आजादी के बाद हुआ। आजादी के आंदोलन में करोड़ों भारतीयों ने स्वराज के लिए जीवन खपा दिया था, उन्होंने अपना हित नहीं देखा, अपने कंफर्ट जोन की चिंता नहीं की, वो तो बस देश की आजादी के लिए सब कुछ भूलकर अंग्रेजों से लड़ने निकल पड़े थे। उस सफर में किसी को फांसी दी गयी , किसी के शरीर को गोलियों से भून दिया गया, कोई यातनाएं सहते हुए जेल में ही मर गए।