बरेली, संवाददाता : एंटी करप्शन टीम ने इसी साल जनवरी में 50 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में दरोगा दीपचंद को गिरफ्तार किया था। अब उनकी पत्नी ने एंटी करप्शन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस पर एसएसपी ने जांच के लिए तीन अफसरों की कमेटी बनाई है।
बरेली में एंटी करप्शन टीम पर पिछले साल दलालों से सेटिंग कर कार्रवाई का आरोप लगा था, अब पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगने में जेल भेजे गए दरोगा दीपचंद की पत्नी ने गंभीर आरोप लगाकर एसएसपी से शिकायत की है। एसएसपी ने तीन अधिकारियों की जांच कमेटी बना दी है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई तय होगी।
50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ हुए थे गिरफ्तार
बरेली की भुड़िया कॉलोनी चौकी के प्रभारी दीपचंद को एंटी करप्शन बरेली की टीम ने चौकी में ही 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा दिखाया था। अगले दिन मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया। आरोप था कि पिता और तीन बेटों को मारपीट के मामले में गिरफ्तारी से बचाने के नाम पर 50 हजार रुपये लिए गए थे।
दीपचंद ने उस समय खुद को बेगुनाह और अपने खिलाफ साजिश बताया था। अब दीपचंद की पत्नी गुंजन ने एसएसपी अनुराग आर्य से मिलकर शिकायत की कि उनके पति को जानबूझकर फंसाया गया था। एसएसपी ने एसपी दक्षिणी अंशिका वर्मा, एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा व सीओ प्रथम पंकज श्रीवास्तव को मामले की जांच सौंप दी है। तीनों अधिकारियों से संयुक्त जांच रिपोर्ट तलब की है।
पत्नी ने कार्रवाई पर उठाए सवाल
गुंजन ने एसएसपी को बताया कि शाम के वक्त जब उनके पति को टीम ने गिरफ्तार दिखाया था तो पति के पास चौकी में कई ग्रामीण अपनी समस्या निस्तारण के लिए बैठे हुए थे। ऐसे में इतने लोगों के बीच वह पचास हजार रुपये की रिश्वत लेकर किस तरह दराज में रख सकते थे। बताया कि टीम ने कार्रवाई से पहले चौकी के एक सिपाही को गाड़ी में बैठा रखा था और उत्तराखंड सीमा में ले गई थी।