इस्लामाबाद, डिजिटल डेस्क : ऑपरेशन सिंदूर में मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कश्मीर, आतंकवाद, जल एवं व्यापार समेत सभी मुद्दों के समाधान के लिए सोमवार को भारत के साथ शांति वार्ता की इच्छा व्यक्त की।
शहबाज शरीफ ने यह इच्छा चार देशों की यात्रा के दूसरे चरण में ईरान पहुंचने के बाद व्यक्त किया ।
भारत से शांति वार्ता चाहते हैं- शहबाज
तुर्की से ईरान की राजधानी तेहरान पहुंचने के बाद शहबाज ने राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन से मुलाकात किया । बाद में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में शहबाज बोले कि वह शांति की खातिर भारत के साथ वार्ता करने को तैयार हैं। इसके साथ ही भारत द्वारा युद्ध थोपने पर जवाबी कार्रवाई की धमकी भी दी।
शहबाज ने फिर किया फर्जी जीत का दावा
शहबाज बोले , ”अगर वे आक्रामक बने रहना चुनते हैं, तो हम अपने क्षेत्र की रक्षा करेंगे.. जैसा हमने कुछ दिन पहले किया है। लेकिन अगर वे शांति के मेरे प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं, तो हम दिखाएंगे कि हम वास्तव में गंभीरता एवं ईमानदारी से शांति चाहते हैं।”
भारत दे चुका साफ संदेश
जबकि कि भारत स्पष्ट कर चुका है कि वह पाकिस्तान के साथ केवल उसके कब्जे वाले कश्मीर की वापसी और आतंकवाद के मुद्दे पर ही वार्ता करेगा। इसके साथ ही इस दौरान पाकिस्तान का दौरा करने के लिए ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची की प्रशंशा की और उन्हें श्रेष्ठ राजनयिक कहा।
शहबाज के साथ उप-प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार, सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर, आंतरिक मंत्री मोहसिन रजा नकवी, सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार और प्रधानमंत्री के विशेष सहायक तारिक फातमी भी गए हैं।