नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष में पीछे से कुछ देश पाकिस्तान की मदद कर रहे थे जिसमें एक देश तुर्किये भी था। जिसकी एक समय भारत ने काफी मदद की थी। तुर्किये ने पाकिस्तान को अपना सबसे खतरनाक बायरकटर टीबी2 ड्रोन भारत के खिलाफ लड़ाई में दिया था लेकिन तुर्किये के इस ड्रोन को भारतीय रक्षा प्रणाली ने चकनाचूर कर दिया।
तुर्किये के रक्षा क्षेत्र में पैर जमाने का सपना भारत ने तोड़ा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्किये के बहुचर्चित बायरकटर टीबी2 ड्रोन के भारत के साथ लड़ाई में विफल होने के बाद उसकी प्रतिष्ठा को झटका लगा है और जिसके बाद तुर्किये के रक्षा क्षेत्र में पैर जमाने का सपना टूट गया है।
भारत के आकाश एयर डिफेंस सिस्टम ने दिखाया कमाल
स्वदेशी आकाशतीर वायु रक्षा प्रणालियों का उपयोग करते हुए भारतीय सुरक्षा बलों ने मई के संघर्ष में तुर्किये मूल के ड्रोन को मार गिराया, जिसके बाद अब तुर्कि को रक्षा क्षेत्र में काफी संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।
बायरकटार टीबी2 को भारत ने जमकर मारा
तुर्किये का बायरकटर टीबी2 ड्रोन यूक्रेन से लेकर लीबिया तक के संघर्षों में क्रांतिकारी हथियार के रूप में प्रचारित किया गया। बायरकटार टीबी2 उतना निर्णायक नहीं था जितना इ न लोगो के समर्थकों ने दावा किया था। विगत ही में, रूस ने बायरकटार के हमले को रोकने सफलता प्राप्त की, जिसके बाद जेलेंस्की हवाई हमले में काफी हद तक बेअसर हो गए।
तुर्किये निर्मित एक भी ड्रोन भारत की सीमा को लांघ नहीं पाया
असली झटका तो भारत में लगा जब तुर्किये निर्मित एक भी ड्रोन भारत की सीमा को लांघ नहीं पाया। पाकिस्तान के तुर्किये निर्मित ड्रोन विफल हो गए। भारत ने या तो उन्हें मार गिराया या वे अपने लक्ष्य पर हमला करने में विफल रहे।
तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन करते थे इन ड्रोन की तारीफ
तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने लंबे समय से तुर्किये निर्मित ड्रोन को अपने इस्लामी दृष्टिकोण के प्रतीक और तुर्किये की रक्षा महत्वाकांक्षाओं के केंद्रबिंदु के रूप में प्रचारित किया है। ड्रोन न केवल हार्ड पावर के साधन थे, बल्कि अफ्रीका, मध्य पूर्व और मध्य एशिया में तुर्किये के प्रभाव के लिए एक कूटनीतिक उपकरण भी थे।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीछे से खेल रहे तुर्किये तो तगड़ी मात दी
पाकिस्तान की सेना ने सैकड़ों तुर्किये ड्रोन खरीदे जिससे भारतीय वायु रक्षा को पछाड़ने की उम्मीद थी। इसके बजाय, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीछे से खेल रहे तुर्किये तो तगड़ी मात दी।
भारतीय वायु रक्षा अधिकारियों ने पुष्टि की कि 300-400 तुर्किये ड्रोन, जिनमें बाइकर YIHA III कामिकेज ड्रोन और तुर्किये मूल के माइक्रो-ड्रोन जैसे सोनगात्री और ईयात्री शामिल थे, इन सबको भारतीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने से पहले ही हवा में ही मार गिराया।