मैहर,संवाददाता : संगठन का आरोप है कि वर्ष 2023 में धर्मस्व विभाग द्वारा ऐसे कर्मचारियों को तत्काल हटाने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और सुस्त कार्यप्रणाली के कारण आज तक उस आदेश का पालन नहीं हो पाया है।
धार्मिक नगरी मैहर स्थित माँ शारदा देवी मंदिर के रोपवे संचालन में लगे गैर-हिंदू कर्मचारियों को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। यह ज्ञापन अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह को सौंपते हुए संगठन ने सात दिनों की समयसीमा दी है।
गैर-हिंदू कर्मचारी धार्मिक मर्यादाओं का करते हैं उल्लंघन
ज्ञापन में बजरंग दल ने कहा है कि माँ शारदा मंदिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है और यहां कार्यरत कुछ गैर-हिंदू कर्मचारी न केवल मंदिर की धार्मिक मर्यादाओं का उल्लंघन करते हैं, बल्कि पूर्व में यात्रियों के साथ अभद्रता और हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों को परेशान करने जैसी घटनाओं में भी शामिल रहे हैं।
संगठन का आरोप है कि वर्ष 2023 में धर्मस्व विभाग द्वारा ऐसे कर्मचारियों को तत्काल हटाने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और सुस्त कार्यप्रणाली के कारण आज तक उस आदेश का पालन नहीं हो पाया है। बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि यदि सात दिनों के भीतर रोपवे से गैर-हिंदू कर्मचारियों को नहीं हटाया गया, तो हिंदू संगठनों द्वारा उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों के अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। संगठन का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर कार्यरत कर्मचारियों को उस स्थल की धार्मिक संवेदनाओं और परंपराओं का सम्मान करना चाहिए। इस मुद्दे को लेकर क्षेत्र में प्रशासनिक और सामाजिक स्तर पर चर्चाएँ तेज हो गई हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस माँग पर क्या निर्णय लेता है।