अल्मोड़ा संवाददाता : चामी ग्राम पंचायत के नगाड़ तोक में तेंदुए ने घर के अंदर घुसकर महिला के सिर पर पंजे से हमला कर दिया। शोर मचाने पर तेंदुआ भाग गया। ग्रामीण महिला को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसका उपचार किया गया।
अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लाॅक के गांवों में तेंदुए की दहशत है। चामी ग्राम पंचायत के नगाड़ तोक में तेंदुए ने घर के अंदर घुसकर महिला के सिर पर पंजे से हमला कर दिया। शोर मचाने पर तेंदुआ भाग गया। ग्रामीण महिला को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उसका उपचार किया गया। ग्रामीणों ने वन अधिकारियों से पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ने की मांग की है।
बीते नौ अगस्त को रक्षाबंधन के दिन रात में खाना खाने के बाद विशन दत्त पांडेय, उनकी पत्नी हेमा पांडेय और पुत्र पवन पांडेय टीवी देख रहे थे। इस दौरान अचानक कमरे में तेंदुआ घुस गया और उसने हेमा देवी के सिर पर पंजे से हमला कर दिया। उन्होंने शोर मचाया तो पड़ोसी मौके पर पहुंचे जिसके बाद तेंदुआ भाग गया।
घायल हेमा पांडे को परिजन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) धौलादेवी लेकर पहुंचेपहुंचाया। यहां महिला का उपचार किया गया। बताया गया कि महिला के सिर पर पंजे से गहरे जख्म हो गए लेकिन टांके नहीं लगे हैं। महिला रोज पीएचसी धौलादेवी पहुंचकर इंजेक्शन लगवा रही हैं।
धौलादेवी ब्लाक के कई गांवों में दिख रहा है तेंदुआ
धौलादेवी ब्लाॅक के ग्वाड़, भनटोक, चामी, मैच्यून, तोली, मेलकांडे सहित अन्य गांवों में लगातार तेंदुए के दिखने से लोगों में दहशत है। उनका कहना है कि मानसूनकाल में उनके गांवों में लगातार तेंदुआ दिख रहा है। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं और महिलाएं चारा लाने के लिए खेतों में नहीं जा पा रही हैं। उन्होंने वन विभाग से तेंदुए से निजात दिलाने की मांग की है।
तेंदुए के दिखने की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच रही है। तेंदुए के हमले में घायल महिला अब ठीक है। लोगों से अपील है कि वह अपने घरों के आसपास झाड़ियों को साफ करें और तेंदुए के दिखाई देने पर वन विभाग को सूचना दें।
– आशुतोष जोशी, वन क्षेत्राधिकारी, जागेश्वर रेंज।
बंदर के हमले में बुजुर्ग जख्मी
बागेश्वर जिले के गरुड़ तहसील क्षेत्र में बंदरों की दहशत बढ़ती जा रही है। मंगलवार को मटेना गांव में नंदाबल्लभ पांडेय (64) अपने घर के आंगन में बैठे थे। इसी दौरान बंदर का झुंड वहां आ गया। उन्होंने बंदरों को भगाने की कोशिश की तो एक बंदर ने झपट कर उन्हें घायल कर दिया। परिजन उन्हें सीएचसी बैजनाथ लाए जहां इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है।