लखनऊ, शिव सिंह : उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कक्षा छह से आठ तक के बच्चे पूरे सत्र में निर्धारित 10 दिन बिना बैग के स्कूल जाएंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत शनिवार से शुरू हुई इस व्यवस्था का उद्देश्य बच्चों में किताबों के दबाव को कम करके खेलकूद व अन्य गतिविधियों के माध्यम से कौशल विकास करना है। जहां यह व्यवस्था नहीं शुरू हो सकी है वहां अगले शनिवार से शुरू होगी।
बैगलेस दस दिनों में बच्चों के बहुमुखी विकास से जुड़े कार्यक्रम आयोजित होंगे। महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने बताया कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा परिषदीय उच्च प्राथमिक, कंपोजिट व केजीबीवी के बच्चों के लिए आनंदम मार्गदर्शिका विकसित की गई है।
इसके जरिये विद्यार्थियों को आनंदमय वातावरण में सीखने का अनुभव देने, विद्यार्थियों को व्यावहारिक व अनुभव वाली शिक्षा देने, समग्र शिक्षा पर जोर, उनकी सीखने की क्षमता को बढ़ाने का प्रयास होगा। साथ ही कौशल आधारित गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा, समुदाय के साथ जुड़ने, स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों व स्थानीय व्यवसाय की समझ विकसित की जाएगी।
