नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : Russia Ukraine War : वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन अपने इतिहास के सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है, क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप ने कीव से कुछ ही दिनों में US के सपोर्ट वाले “पीस प्लान” को स्वीकार करने की मांग की है, जिसके तहत उसे रूस को इलाका देना होगा और दूसरी मुश्किलें भी झेलनी होंगी।
ट्रंप ने शुक्रवार सुबह कन्फर्म किया कि अगला गुरुवार यानी US में थैंक्सगिविंग जेलेंस्की के लिए डील पर साइन करने की “स्वीकार्य” डेडलाइन होगी, जिसे यूरोपियन और यूक्रेनी अधिकारियों ने “सरेंडर” कहा है।
अपने प्रेसिडेंशियल पैलेस के बाहर 10 मिनट के एक गंभीर भाषण में जेलेंस्की ने कहा कि उनके देश के पास एक नामुमकिन चॉइस है। वह अपनी राष्ट्रीय गरिमा बनाए रख सकता है या US एडमिनिस्ट्रेशन के रूप में एक बड़े पार्टनर को खोने का रिस्क ले सकता है, जो मॉस्को की क्रूर शर्तों पर लड़ाई खत्म करने के लिए पक्का इरादा रखता है।
आपको बता दें कि पहली नजर में, 28-पॉइंट वाला पीस प्लान रूस के लिए ज्यादा फायदेमंद लगता है। असल में, यह रिपोर्ट पुतिन की क्रिसमस विश लिस्ट जैसी नजर आती है। यह प्लान यूक्रेन पर ज्यादा दबाव डाल रहा है, क्योंकि इसमें मांग की गई है कि वह मॉस्को को कड़ी मेहनत से जीती गई जमीन दे, कुछ हद तक हथियार बंद करे और अपने US हथियारों का स्टॉक सरेंडर करे। इसके अलावा, पुतिन को वह जमीन मिल सकती है जो वह लड़ाई के मैदान में नहीं जीत पाए हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि 28-पॉइंट वाले प्लान में डोनबास इलाके को मॉस्को को सौंपने की बात कही गई है, भले ही कीव का उस इलाके पर 14 परसेंट कंट्रोल है।
