लखनऊ, ब्यूरो : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मंगलवार को वाराणसी में काशी-तमिल संगमम (केटीएस 4.0) के चौथे संस्करण का संयुक्त रूप से उद्घाटन करेंगे। यह आयोजन काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने संबंधों के एक नए उत्सव का प्रतीक है, जो गहन शिक्षा, तीर्थयात्रा, और कलात्मक तथा अकादमिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है।
शिक्षा मंत्रालय क अनुसार, उद्घाटन समारोह में तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि और पुडुचेरी के उपराज्यपाल कैलाशनाथन, उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तथा संसदीय कार्य मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री एल. मुरुगन सहित कई वरिष्ठ नेता भाग लेंगे, जो उत्तर और दक्षिण भारत के बीच एक सेतु के रूप में संगमम के बढ़ते राष्ट्रीय महत्व को दर्शाता है।
काशी-तमिल संगमम एक प्रमुख सांस्कृतिक और शैक्षणिक समागम
तमिलनाडु के प्रतिनिधिमंडल काशी के सांस्कृतिक, शैक्षणिक और आध्यात्मिक परिदृश्य में खुद को समाहित करेंगे। कार्यक्रम में विद्वानों, छात्रों और स्थानीय समुदायों के साथ संवाद के अतिरिक्त, विश्वविद्यालयों, विरासत स्थलों, शिल्प समूहों, मंदिरों और ज्ञान संस्थानों का दौरा शामिल है।
आपको बता दें, काशी-तमिल संगमम (केटीएस 4.0) का चौथा संस्करण, जो एक प्रमुख सांस्कृतिक और शैक्षणिक समागम है, उत्तर प्रदेश सरकार के साथ-साथ रेल, संस्कृति, पर्यटन, वस्त्र और युवा मामले एवं खेल सहित दस केंद्रीय मंत्रालयों की भागीदारी से शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इस संस्करण के लिए आईआईटी मद्रास और बीएचयू नालेज पार्टनर के रूप में काम कर रहे हैं।
काशी-तमिल संगमम का 2025 संस्करण “तमिल कऱ्कलम (Tamil Karkalam)” विषय पर केंद्रित होगा, जिसका उद्देश्य पूरे भारत में तमिल भाषा सीखने को बढ़ावा देना और देश की शास्त्रीय भाषाई तथा साहित्यिक विरासत के प्रति सराहना को गहरा करना है। तमिलनाडु से 1,400 से अधिक प्रतिनिधि, जिनमें छात्र, शिक्षक, लेखक और मीडिया पेशेवर, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से जुड़े लोग, पेशेवर और कारीगर, महिलाएं, तथा आध्यात्मिक विद्वान और अभ्यासी शामिल हैं, वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या में एक आठ दिवसीय अनुभवात्मक दौरे में भाग लेंगे।
