अस्सागाओ, डिजिटल डेस्क : इस वीकेंड गोवा के अस्सागाओ में विक्टर डी’मेलो कम्युनिटी सेंटर का शुभारंभ एक बड़ी सफलता रही। डी’मेलो परिवार को उम्मीद थी कि तीन दिनों में करीब 200 लोग आएँगे, जबकि सेंटर के हॉल और लाइब्रेरी में
एक समय में सिर्फ 25-25 लोग ही बैठ सकते हैं। लेकिन, 21 नवंबर की शाम को लॉन्च समेत कुल 11 इवेंट्स में 500 से ज्यादा लोगों ने इसमें हिस्सा लिया और सिर्फ लॉन्च वाले दिन ही 150 लोगों ने यहाँ शिरकत की।
यह सेंटर दिवंगत विक्टर कैजेटन डी’मेलो की याद में बनाया गया है। उनके पुत्र एलन डी’मेलो ने कहा, “यह वास्तव में अद्भुत है। हमारे घर में फिर से बच्चों और लोगों की हँसी-खुशी देखने मिल रही है, यह दिल को काफी सुकून देता है। 2019 से हमने जितना दर्द और मुश्किलें झेली हैं, उसके बाद घर को कम्युनिटी सेंटर में बदलना सच में सही फैसला लगता है। हमारे लिए यह सफर की शुरुआत है।”
इस पूरे वीकेंड में 10 कार्यक्रम आयोजित किए गए
उद्घाटन समारोह के दौरान, कोंकणी में अपनी बात रखते हुए, विक्टर की पोती अनौक डी’मेलो ने कहा , “मेरे दादाजी
और उनकी पीढ़ी ने इस समुदाय के लिए बहुत अच्छा काम किया था और हम भी अपनी पीढ़ी में उस काम को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित हैं। मैं चाहती हूँ कि इस खूबसूरत गाँव के लोग हमारे परिवार के घर को अपना ही घर समझें, जो कि अब कम्युनिटी सेंटर बन चुका है।”
यदि विक्टर डी’मेलो होते, तो 21 नवंबर, 2025 को उनका 95वाँ जन्मदिन होता। इस पूरे वीकेंड में 10 कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें उनके जीवनभर के कार्यों को भी याद किया गया और नए सेंटर के विचार को भी सामने रखा गया। मापुसा के मशहूर कलाकार विनय प्रभु म्हांबरे की वॉटरकलर पेंटिंग्स की खास प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण रही। उन्होंने अपनी विशाल कलाकृतियों में से 40 ऐसी पेंटिंग्स पेश कीं, जो गोवा और यहाँ के लोगों की वह झलक दिखाती हैं, जो आज की भागदौड़ भरी “मॉडर्न” जिंदगी में अक्सर छूट जाती है। यह प्रदर्शनी 30 नवंबर, 2025 तक दर्शकों के लिए खुली है, जिसमें प्रवेश पूरी तरह निःशुल्क है।
गाँव के पुराने लोकगीत गाकर इस शुरुआत को खास बनाया
परंपरा को प्रखर रखते हुए सेंटर का पहला सत्र इसी थीम पर रखा गया। शनिवार की सुबह छत की टाइल्स से अंदर आती हुई हल्की धूप काफी खूबसूरत लग रही थी। इसी समय अस्सागाओ की महिलाएँ अपनी पारंपरिक साड़ियों और गहनों में वहाँ इकट्ठा हुईं और गाँव के पुराने लोकगीत गाकर इस शुरुआत को और भी खास बना दिया।
तीन दिनों तक चले इस जश्न में बाकि के कार्यक्रमों को भी लोगों ने खूब सराहा। म्हांबरे ने लाइव वॉटरकलर पेंटिंग का डेमो दिया और 4 से 16 साल के बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी कराया। बेमिसाल कवयित्री ममता वर्लेकर ने अपनी कविताएँ और मुंशी प्रेमचंद की चुनिंदा रचनाएँ सुनाकर सारा माहौल बाँध लिया। एलिजा डी’सूज़ा ने किचन गार्डन पर वर्कशॉप ली, वहीं टीनो डी’सा ने अपनी नई मिस्ट्री नॉवेल के कुछ हिस्से पढ़कर सुनाए और फिर उन्होंने और मिशेल मेंडोंसा बंबावाले ने साथ मिलकर “अस्सागाओ रीडर्स एंड राइटर्स” का एक अनौपचारिक सत्र भी होस्ट किया। निबंध लेखन प्रतियोगिता का संचालन शर्मिला कांबले ने किया।
कार्यक्रमों को लोगों ने खूब सराहा
आखिर में, रविवार रात लॉन्च समारोह के समापन के दौरान हाउज़ी खेल रखा गया। 50 लोगों की क्षमता वाले इस हॉल में आसपास के 100 से ज्यादा बच्चे और बड़े समा गए और ज़ोर-शोर से सभी ने मिलकर खेल का मज़ा लिया। एलन ने कार्यक्रम के समापन के दौरान खुशी व्यक्त करते हुए कहा , “मुझे पूरा यकीन है कि 150 साल पुराने इस घर में कभी इतने लोग एक साथ इकट्ठे, इतनी हँसी और इतना शोर नहीं हुआ होगा। अब हम चाहते हैं कि यह महफिल हमेशा ऐसे ही सजी रहे। हमने गाँव और दुनिया को बता दिया है कि विक्टर डी’मेलो कम्युनिटी सेंटर अब यहाँ है।”
तीन दिनों तक चले इस जश्न में बाकि के कार्यक्रमों को भी लोगों ने खूब सराहा। म्हांबरे ने लाइव वॉटरकलर पेंटिंग का डेमो दिया और 4 से 16 साल के बच्चों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी कराया। बेमिसाल कवयित्री ममता वर्लेकर ने अपनी कविताएँ और मुंशी प्रेमचंद की चुनिंदा रचनाएँ सुनाकर सारा माहौल बाँध लिया। एलिजा डी’सूज़ा ने किचन गार्डन पर वर्कशॉप ली, वहीं टीनो डी’सा ने अपनी नई मिस्ट्री नॉवेल के कुछ हिस्से पढ़कर सुनाए और फिर उन्होंने और मिशेल मेंडोंसा बंबावाले ने साथ मिलकर “अस्सागाओ रीडर्स एंड राइटर्स” का एक अनौपचारिक सत्र भी होस्ट किया। निबंध लेखन प्रतियोगिता का संचालन शर्मिला कांबले ने किया।
