नई दिल्ली, एनएआई : पांच दिनों तक जेल के सलाखों में रहने के बाद, पाकिस्तानी महिला सीमा गुलाम हैदर और भारतीय सचिन मीना को 8 जुलाई को रिहा कर दिया गया। सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर दोनों गौतमबुद्ध नगर की लुक्सर जेल से बाहर निकले और एक-दूसरे को गले लगाया।
जुलाई को सीमा अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते बिना वीजा के अवैध ढंग से भारत में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, सचिन और उसके पिता को अवैध अप्रवासियों को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। मीडिया को दिए इंटरव्यू में सीमा ने बताया कि सचिन उसका इस वर्ष मार्च से ही पति बन चुका था। दोनों ने काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर में शादी भी रचाई।
इन शर्तों पर मिली जमानत
रोजाना रबूपुरा पुलिस स्टेशन में एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करना होगा कि वे शहर में हैं। सीमा, सचिन और उसके पिता को रोजाना स्थानीय पुलिस स्टेशन में हाज़िरी देनी होगी। तीनो लोगो को कानून के तहत शहर छोड़ने की परमीशन नहीं है।
मैं सचिन के बिना नहीं रह सकती- सीमा हैदर
सीमा हैदर ने कहा कि, ‘मैं सचिन के बिना नहीं रह सकती, वह मेरे पति हैं। मैंने उनके धर्म और संस्कृति को अपना मान लिया है और अपने चार बच्चों के नाम बदल दिए हैं। सचिन के माता-पिता ने भी मुझे स्वीकार कर लिया है और मैंने उनकी सभी सांस्कृतिक प्रथाओं को अपना लिया है।
कैसे हुई मुलाकात?
सीमा और सचिन की मुलाकात साल 2019 में कोविड लॉकडाउन के दौरान हुई थी। दोनों की बातचीत पबजी खेलते समय ऑनलाइन हुई और वह घंटों एक-दूसरे से बात करते रहते। लगभग चार महीने के बाद,दोनों ने अपना फोन नबंर एक्सचेंज किया और ऑडियो-वीडियो कॉल पर बातचीत करने लगे।
जनवरी 2021 में दोनों ने अपने प्यार का इजहार किया। दंपति फिल्म गदर से काफी प्रेरित थे, जिसकी कहानी एक भारतीय पुरुष और एक पाकिस्तानी महिला के बीच सीमा पार प्रेम कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है।
सीमा ने वीजा के लिए किया था आवेदन
सचिन से मिलने के लिए सीमा ने एक ट्रैवल एजेंट के माध्यम से पाकिस्तान से भारतीय वीजा के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे रिजेक्ट कर दिया गया। इसके बाद ही वह अवैध ढंग से देश में प्रवेश किया । इस दौरान दोनों नेपाल में मिले और एक होटल में सात दिनो तक साथ रहे।