उज्जैन,संवाददाता : पांच दिन बाद शुक्रवार को हुई जोरदार बरसात ने उज्जैन शहर को पानी से तरबतर कर दिया। शिप्रा नदी और नाले-नालियां फिर उफान पर आ गए। रामघाट स्थिति छोटा पुल पानी में डूब गया। ड्रैनेज व्यवस्था ठीक न होने से फ्रीगंज, केडी गेट, गौतम मार्ग, एटलस चौराहा सहित कई क्षेत्र की सड़कें भी जलमग्न हुईं। आवाजाही प्रभावित होने से नागरिक परेशान हुए।
22 जुलाई को भी हुई थी अच्छी वर्षा
जीवाजी वेधशाला के मुताबिक शुक्रवार को दिनभर में 72 मिलीमीटर वर्षा हुई। इससे इस सीजन में हुई वर्षा का कुल आंकड़ा बढ़कर 678 मिलीमीटर पहुंच गया। इसके पहले अच्छी वर्षा आखरी बार 22 जुलाई को हुई थी। उसके बाद बाछल हवा में उड़ गए थे और आसमान साफ हो गया था।
हवा का रुख बदलने पर शुक्रवार सुबह बादल छा गए और वर्षा हुई और ये सिलसिला शाम तक जारी रहा। वर्षा के कारण 24 घंटों में दिन का अधिकतम तापमान 1 डिग्री गिरकर 32 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। मौसम विभाग ने शनिवार को हल्की वर्षा होने का अनुमान जताया है।
गंभीर बांध के गेट खोलना पड़े
वर्षा अंचल में हुई। इससे गंभीर बांध में भी पानी बढ़ गया जिसके कारण पानी बढ़ते देख लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने गंभीर बांध के तीन गेट खोल दिए लेकिन इनमें से एक गेट शाम को बंद कर दिया गया । लेवल 1950 मिलियन क्यूबिक फीट (एमसीएफटी) दो गेट शाम के बाद भी खुले रखे गए।