आगरा,संवाददाता : दवा व्यवसायी अपनी निजी कार से पत्नी, बेटा-बेटी, बहू और एक वर्ष के नाती के साथ नैनीताल घूमने के लिए निकले थे। 23 अप्रैल को आगरा पुनः वापस आए। अपनी निजी कार घर पर खड़ी किया और फिर टैक्सी द्वारा जयपुर चले गए। इसके बाद से ये पूरा परिवार लापता हो गया था। पुलिस ने इस परिवार को ढूंढ़ निकाला है।
आगरा के ट्रांस यमुना के श्रीनगर काॅलोनी निवासी दवा कारोबारी राजेश शर्मा और उनकी पत्नी, बेटे, बहू, बेटी व नाती मिल गए हैं। वह जयपुर के बाद गुजरात के भावनगर जाकर बस गए थे। इस परिवार की बरामदगी के लिए पुलिस की एक टीम ढूंढने में लगी हुई थी।
घूमने गए थे नैनीताल
राजेश शर्मा (50) वर्ष , पत्नी सीमा शर्मा (45) वर्ष बेटे अभिषेक (25)वर्ष पुत्र वधू ऊषा (25)वर्ष बेटी काव्या (22) वर्ष्और एक साल के नाती विनायक के साथ 15 अप्रैल को नैनीताल घूमने गए थे। 23 अप्रैल को लौटे, अपनी गाड़ी खड़ी करके तुरंत टैक्सी गाड़ी से जयपुर चले गए। इसके बाद से लापता हो गए थे। राजेश शर्मा के फिरोजाबाद में रहने वाले भाई रमाकांत शर्मा ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
भाई से की थी वार्ता
रमाकांत शर्मा ने पुलिस को कहा था कि 23 अप्रैल को भाई से वार्ता हुई थी। रमाकांत शर्मा ने कहा था कि बरेली पहुंच गए हैं। जल्दी घर आ जाएंगे। मगर, सुबह तक नहीं आए। भैया का मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गए। इस पर पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी।
तलाश में जुटी थी पुलिस टीम
पुलिस आयुक्त डॉ प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि कारोबारी की तलाश में टीम को लगाया गया था। पुलिस को उनके गुजरात में रहने की जानकारी मिली थी। भावनगर में कारोबारी परिवार सहित एक घर में रह रहे थे। उन तक पुलिस पहुंच गई। अब उन्हें आगरा लेकर आया जाएगा। उनसे वहां रहने का कारण पूछा जाएगा। उनके रहश्य मय ढंग से लापता होने के बाद कई व्यापारियों ने बताया उन पर उधारी होने की बात कही थी।
नहीं हुआ अपहरण
दवा व्यापारी के लापता होने के बाद से पुलिस यही आशंका जता रही थी कि उनका अपहरण नहीं हुआ है, वह अपनी मर्जी से गए हैं। मोबाइल स्विच ऑफ थे। वो भाई के परिवार से भी संपर्क नहीं कर रहे थे। व्यापारी के लापता होने के बाद से कई और व्यापारी सामने आए थे, जिन्होंने यही कहा था कि व्यापार का काफी पैसा है राजेश शर्मा के पास है। लोगों ने पुलिस से भी संपर्क किया था। अब व्यापारी से पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि आखिर वह क्यों चले गए थे?