हापुड़,संवाददाता : हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हमले के विरोध में सोमवार को अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। उनके काम न करने के कारण स्थानीय अदालतों में करीब 2500 मामलों की सुनवाई अटक गई। इनमें 60 फीसदी से अधिक मामले सिविल श्रेणी के रहे। शेष मामले फौजदारी सहित अन्य श्रेणी के हैं। वहीं मंगलवार को मेरठ बिजनौर समेत पश्चिमी यूपी के विभिन्न जिलों में वकीलों ने पुतले जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।
मेरठ बार एसोसिएशन के महामंत्री विनोद कुमार चौधरी और जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री विमल कुमार तोमर ने कहा कि आज कचहरी में पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव का पुतला जलाने आये हैं।
बिजनौर में मंगलवार को हापुड़ की घटना के विरोध में वकीलों ने जमकर प्रदर्शन किया। बिजनौर में वकीलों ने जजी चौक पर जाम लगा दिया। इस दौरान वकीलों ने गृह सचिव का पुतला भी फूंका।
इसके अलावा नजीबाबाद, चांदपुर और धामपुर में भी वकीलों ने प्रदर्शन किया। तहसील मुख्यालय पर पुतले फूंके गए और जाम लगाया गया।
इसके पहले सोमवार को मेरठ बार एसोसिएशन के समस्त अधिवक्ता कचहरी परिसर के हनुमान मंदिर स्थित मुख्य द्वार पर पहुंचे। यहां उन्होंने धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने एड़वोकेटो पर लाठीचार्ज करने, मुकदमे दर्ज करने और पुलिस के रवैये के प्रति नाराजगी जाहिर किया।
प्रदर्शन के बाद दोपहर 12.30 बजे मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुंवरपाल शर्मा, महामंत्री विनोद कुमार चौधरी, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवदत्त जोशी, महामंत्री विमल कुमार तोमर के नेतृत्व में एडवोकेट जिलाधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे।
ज्ञापन में हापुड़ के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक का स्थानांतरण करने, लाठीचार्ज में दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उन पर केस दर्ज करने, विभिन्न जनपदों में एडवोकेटो पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, हापुड़ की घटना में घायल पीड़ित एडवोकेटो को उचित मुआवजा दिलाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग प्रमुखता से रखी गई।