लखनऊ, संवाददाता : विधान सभा और विधान परिषद सचिवालय में हुई भर्तियों की जांच करने के लिए सीबीआई ने 22 सितंबर को प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी। तत्पश्चात दोनों सचिवालय के प्रमुख सचिव से भर्तियों से जुड़े दस्तावेज भी मांगे थे।
हाईकोर्ट के आदेश पर विधानसभा और विधान परिषद सचिवालय में हुई भर्तियों में फर्जीवाड़े की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने सोमवार को विधान परिषद सचिवालय जाकर जल्द दस्तावेज मुहैया कराने को कहा। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की टीम को कई दस्तावेज सौंपे गये हैं, शेष दस्तावेज देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है।
जबकि कि विधान सभा और विधान परिषद सचिवालय में हुई भर्तियों की जांच करने के लिए सीबीआई ने 22 सितंबर को प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी। तत्पश्चात दोनों सचिवालय के प्रमुख सचिवो से भर्तियों से जुड़े संबंधित दस्तावेज मांगे थे।
सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने चयनित अभ्यर्थियों के शैक्षणिक दस्तावेज, परीक्षा की ओएमआर शीट, परीक्षा कराने वाली एजेंसी के चयन की प्रक्रिया, शासनादेश, भर्तियों के लिए निकाले गये विज्ञापन समेत कई बिंदुओं पर जानकारी मांगी गयी थी। सूत्रों के अनुसार विधान परिषद सचिवालय के अधिकारी दस्तावेज देने में लगातार आनाकानी कर रहे थे। कभी अधिकारियों के अवकाश पर होने, तो कभी बीमार होने का बहाना बनाया जा रहा था।
इस कारण से सोमवार को सीबीआई की चार सदस्यीय टीम ने विधान भवन स्थित विधान परिषद सचिवालय जाकर अधिकारियों से मुलाकात किया और उन्हें जल्द सारे दस्तावेज मुहैया कराने को कहा है।