कानपुर, संवाददाता : कनौडिया परिवार जिस फ्लैट में रहता है, वह बहुत साधारण है। सोनिया ने बताया कि बेटी के जन्म पर जब जीटी रोड स्थित एक लॉन में भव्य कार्यक्रम हुआ, तो वह भौंचक्की रह गई। कार्यक्रम में उसका प्रेमी प्रभात भी आया था। उनका कहना है कि इसी से प्रभावित होकर दोनों ने अपहरण के बाद फिरौती साजिश रची और इसके 30 लाख रूपये का पत्र भी भिजवा दिया।
कानपुर में रायपुरवा के आचार्यनगर निवासी कपड़ा कारोबारी मनीष कनौडिया के बेटे कुशाग्र की अपहरण के बाद हत्या को प्रेम प्रसंग से जोड़कर देख रही पुलिस को इस दिशा में अभी तक कोई ठोस सुबूत हाथ नहीं लगे हैं। ऐसे में पुलिस की जांच अब फिरौती के लिए की गई हत्या के बिंदु पर आकर टिक गई है। डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने कहा कि कुशाग्र की हत्या के पीछे फिरौती ही ठोस वजह सामने आ रही है।
अब इस दिशा में विवेचना की जा रही है। बता दें दसवीं के छात्र कुशाग्र की 30 अक्तूबर को अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उसके घर में 30 लाख की फिरौती का पत्र फेंका गया था। जिस स्कूटी से श्रीभगवती विला अपार्टमेंट स्थित फ्लैट में युवक चिट्ठी फेंकने गया था। उसके नंबर के आधार पर पुलिस ने दर्शनपुरवा के ओमनगर निवासी प्रमोद शुक्ला को गिरफ्तार किया था।
प्रेम प्रसंग जैसी बात का कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा
उसी के घर में बने कोठरीनुमा कमरे से कुशाग्र का शव बरामद हुआ था। इसके बाद प्रमोद की प्रेमिका व कुशाग्र की पूर्व ट्यूशन टीचर रचिता वत्स और पत्र फेंकने वाले शिवा को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पुलिस ने प्रेम प्रसंग के शक में हत्या की आशंका जताई थी। इसके बाद इसी पहलू पर पुलिस ने विवेचना शुरू की। सूत्रों के मानें, तो अभी तक प्रेम प्रसंग के शक जैसी बात का कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है।
रिमांड पर लेकर की जाएगी पूछताछ
इसलिए फिरौती के बिंदु पर पुलिस की विवेचना टिक गई है। डीसीपी सेंंट्रल ने बताया कि हत्याकांड की तह तक जाने के लिए आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। शुक्रवार को विवेचक की तरफ से कस्टडी रिमांड के लिए अदालत में अर्जी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आरोपियों और उनके परिजनों की कॉल डिटेल निकालकर उसे खंगाला जा रहा है।