उज्जैन, प्रिया सिंह : अति प्राचीन श्री दिगंबर जैन तीर्थ स्थल के प्रणेता, आचार्य प्रज्ञासागर महाराज द्वारा भारत भर में पर्यावरण यात्रा के रूप में विहार किया जा रहा है। यह यात्रा मध्यप्रदेश से निकलकर राजस्थान पहुंच रही है। जैनाचार्य प्रज्ञासागर महाराज के द्वारा निकाली जा रही यह पर्यावरण यात्रा नजरपुर, घट्टिया होते हुए ग्राम ढ़ाबलाहर्दू पहुंची। जहां सैंकड़ों ग्रामवासियों ने आचार्य भगवंत एवं अन्य साधु- साध्वी मंडल की अगवानी की।
आचार्य पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी पहल की शुरू
आचार्य ने पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर एक बड़ी पहल शुरू की है, जिसमें आचार्य ने पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से पेड़-पौधों की लगातार हो रही कटाई पर मध्यप्रदेश सरकार से रोक लगाने की मांग की है।इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाकर उनको फलदार वृक्ष बनाने की अपील किया । इधर, आचार्य ने अपने विहार के चलते सुबह और शाम को होने विश्राम के दौरान विश्राम स्थलों में पौधारोपण भी किया। आचार्य ने जानकारी देते हुए कहा कि मैंने जब शास्त्र को पढ़ा, तब लगा कि इस देश को करीब पांच सौ करोड़ वृक्षों की जरुरत है। अगर आने वाले समय में यह क्लाइमेट परिवर्तन नहीं होगा तो आने वाले समय में यही गर्मी का ताप मान 57 डिग्री तक पहुंच जाएगा।
अगर ऐसा ही हाल रहा तो बैठे-बैठे ही अचानक से व्यक्ति की मृत्यु हो जाएगी । समय रहते हुए यदि साधु-संत समाज को जाग्रत नहीं करेंगे और नेता-अभिनेता लोगों में यह प्राण मंत्र नहीं फूकेंगे तो हम पर्यावरण की भी रक्षा कभी नहीं कर पाएंगे। अब हम लोगो को जीवित रहने के लिए पेड़ लगाने की आवश्यकता है । तभी हमारा मानव जीवन भी सुखमय बनता है। इस दौरान विहार में आचार्य के साथ इंदौर, उज्जैन, सुसनेर, झालावाड़, नजरपुर, बिछड़ौद, घट्टिया, घोंसला सहित सैंकड़ों की संख्या में समाजजन आदि मौजूद रहे।