कानपुर , संवाददाता : कानपुर में अधिवक्ता अखिलेश दुबे, धीरज उर्फ दीनू उपाध्याय से दोस्ती और अनुशासनहीनता में 45 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। यह कार्रवाई सात दिन के अंदर डीसीपी और एसीपी हेडक्वार्टर की जांच के बाद की गई है। इनमें इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, हेडकांस्टेबल और फॉलोअर शामिल हैं। इन्हीं में से दीनू और अखिलेश दुबे से संबंध रखने के आरोपी 16 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
अभी करीब 80 के आसपास पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच चल रही है। इनमें कुछ पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो लंबे समय से गैर हाजिर चल रहे हैं। कमिश्नरी पुलिस की क्राइम ब्रांच, एसआईटी और एलआईयू ने अखिलेश दुबे और दीनू उपाध्याय से दोस्ती रखने, उनका सहयोग करने और जमीन संबंधी मामलों में संलिप्त होने वालों की जांच कराई। यह जांच मुखबिर, कॉल डिटेल, मोबाइल लोकेशन और गवाहों के बयानों के आधार पर हुई।
लंबे समय से गैर हाजिर रहने पर कार्रवाई
इसमें पुलिस, प्रशासन, नगर निगम, केडीए, राजस्व विभाग के कर्मचारियों साथ ही कई नेता और पार्टी के पदाधिकारियों के नाम सामने आए। इनमें से कुछ की आय व संपत्तियों का ब्योरा भी देखा गया। अफसरों के मुताबिक कुछ कर्मचारियों की आय से अधिक संपत्ति मिली है जिसकी रिपोर्ट संबंधित विभागों को भेजी जा रही है। 16 पुलिसकर्मियों पर अखिलेश दुबे और दीनू उपाध्याय के लिए काम करने का नाम आया, जिस पर उनको निलंबित किया गया है। कुछ पर लंबे समय से गैर हाजिर रहने पर कार्रवाई हुई है। इन सभी को नोटिस भेजा जा रहा है।
अनुशासनहीनता के मामले में हुई कार्रवाई
कमिश्नरी पुलिस के कई इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल के खिलाफ अनुशासनहीनता के मामले में भी कार्रवाई हुई है। उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशाें का पालन नहीं किया है, जबकि कुछ पर रुपये लेकर आरोपियों पर हल्की धाराएं लगाने का आरोप है। कुछ के खिलाफ वादी को टरकाने व अच्छा बर्ताव न करने की शिकायत मिली थी। इन मामलों की जांच एसीपी हेडक्वार्टर और डीसीपी हेडक्वार्टर के करने के बाद यह कार्रवाई हुई।
ड्यूटी से चल रहे गैरहाजिर 30 कर्मी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कमिश्नरी के 30 से अधिक पुलिसकर्मी ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहे हैं। यह छुट्टी लेकर गए थे लेकिन लंबे समय से आए नहीं हैं। कमिश्नरी के 50 से अधिक पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभिन्न मामलों में जांच जारी है।
कई अन्य पर लटकी तलवार
अखिलेश दुबे और दीनू से दोस्ती में कुछ पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। अफसरों के मुताबिक उनके खिलाफ सबूत एसआईटी को भी मिले हैं जबकि एलआईयू ने भी रिपोर्ट दी है। पुलिस विभाग में क्षुद्र दंड में 14 दिन तक कोई भी सजा मिलने का प्रावधान है जबकि दीर्घ दंड में बर्खास्तगी की कार्रवाई भी हो सकती है।
पुलिसकर्मी किए गए निलंबित
पद संख्या
इंस्पेक्टर 05
दरोगा 13
हेड कांस्टेबल 17
महिला हेड कांस्टेबल 06
फॉलोअर 04
अलग-अलग चरणों में जांच के बाद 45 पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई हुई है। कुछ पुलिसकर्मियों की जांच अभी चल रही है। -वीके सिंह, संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध व हेडक्वार्ट