नई दिल्ली, न्यूज़ डेस्क : Delhi Blast Case Upadate : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 10 नवंबर को लाल किले के बाहर हुए भीषण कार बम धमाके के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। हरियाणा के फरीदाबाद जिले के धौज क्षेत्र का रहने वाला शोएब अहमद इस केस में सातवां गिरफ्तार आरोपी है।
एनआईए के अनुसार, शोएब ने धमाके से पहले आतंकी उमर को सुरक्षित ठिकाना और आवश्यक लॉजिस्टिक सहायता देकर उसकी मदद की
शोएब ने उमर को सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराया था
एनआईए के अनुसार, शोएब ने मुख्य आरोपी आतंकवादी उमर उन नबी को धमाके से ठीक पहले सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराया था और उसे लॉजिस्टिक सपोर्ट भी दिया था। एनआईए द्वारा जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, केस नंबर आरसी-21/2025/एनआईए/डीएलआई में पहले ही छह मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें आतंकी उमर उन नबी के करीबी साथी शामिल हैं, जो धमाके की पूरी साजिश में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। शोएब की गिरफ्तारी के बाद अब जांच का दायरा और व्यापक हो गया है।
प्रवक्ता के अनुसार, शोएब ने उमर को पनाह, विस्फोटक पहुंचाने और फरारी में मदद की; उसकी लोकेशन व कॉल डिटेल्स से अहम खुलासे हुए
एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि शोएब ने उमर को न केवल अपने घर में पनाह दी थी, बल्कि उसे विस्फोटक सामग्री पहुंचाने, सुरक्षित रास्ते बताने और फरार होने में भी मदद की थी। उसकी लोकेशन और कॉल डिटेल्स की जांच से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। एनआईए को शक है कि शोएब का ताल्लुक किसी बड़े आतंकी नेटवर्क से भी हो सकता है।
शोएब को दिल्ली लाकर विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा; 10 दिन की रिमांड मांगी गई और फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी तेज हुई
शोएब को दिल्ली लाया जा रहा है
फिलहाल शोएब को दिल्ली लाया जा रहा है और उसे विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा। एजेंसी ने 10 दिन की रिमांड की मांग की है ताकि उससे पूछताछ कर बाकी फरार आरोपियों तक पहुंचा जा सके। एनआईए ने देश के कई राज्यों में छापेमारी तेज कर दी है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में एक साथ सर्च ऑपरेशन चल रहे हैं।
लाल किले के पास हुए धमाके में 13 लोगों की मौत हुई, कई घायल हुए; विस्फोट से वाहन नष्ट हुए और इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी
बता दें कि दिल्ली में लाल किले के पास हुए आतंकी हमले में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। धमाका इतना शक्तिशाली था कि लाल किले के आसपास खड़ी कई गाड़ियां पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं और इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
