बरेली, संवाददाता : जिले में शासन के निर्देश पर झुग्गी-झोपड़ी डालकर रहने वाले रोहिंग्या व बांग्लादेशी नागरिकों की तलाश के लिए 15 दिवसीय अभियान चलाया जा रहा है। शुरुआती दो दिन में 45 घुसपैठिए चिह्नित किए गए हैं।
बरेली जिले में 45 रोहिंग्या-बांग्लादेशी चिह्नित किए गए हैं। इनमें सर्वाधिक 11 भोजीपुरा थाना क्षेत्र में रहते हैं। सभी की नागरिकता की जांच शुरू हो गई है। शासन के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के शुरुआती दो दिनों में पुलिस को यह सफलता मिली है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को अवैध रूप से निवास कर रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ अभियान चलाया गया। जिले के सभी थाना क्षेत्रों में 83 स्थानों पर चेकिंग की गई। इसमें 775 लोगों की कुंडली खंगाली गई। इस दौरान 45 घुसपैठिए मिले। उनके दस्तावेज परखे जा रहे हैं।
इन इलाकों में की गई जांच
अभियान के तहत शाही थाना क्षेत्र में एक स्थान पर 11 लोगों की जांच की गई। इसमें पांच संदिग्ध पाए गए। विशारतगंज में एक, भमोरा में पांच, फरीदपुर में दो, भोजीपुरा में 11, बहेड़ी में तीन, शीशगढ़ में आठ, देवरनियां और शेरगढ़ में चार-चार घुसपैठिए मिले हैं। संदिग्ध लोग विभिन्न स्थानों पर डेरा, झुग्गी, झोपड़ियों में निवास कर रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि यह अभियान आंतरिक सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा है।
शासन के निर्देश पर अब जिले में झुग्गी-झोपड़ी डालकर रहने वाले रोहिंग्या व बांग्लादेशी नागरिकों की तलाश के लिए 15 दिवसीय अभियान चलाया जा रहा है। एसएसपी अनुराग आर्य ने थानावार टीम लगाकर विभिन्न बिंदुओं पर रिपोर्ट तलब की है। अनधिकृत रूप से जिले में रहने वाले लोगों के प्रमाणपत्र निरस्त कर उन्हें मिल रहीं सरकारी सुविधाएं बंद करने की तैयारी है।
हर थाने में बनाई विशेष टीम
हर थाने में इस अभियान के लिए एसएसपी ने टीम गठित कराई हैं। टीम में एक दरोगा, एक पुरुष मुख्य आरक्षी, दो पुरुष आरक्षी व दो महिला आरक्षी नामित करके टीम का विवरण अपने कार्यालय में तलब किया है। यह टीम इन दिनों में रोज सुबह आठ बजे से 11 बजे तक और रात में आठ बजे से 11 बजे तक पूरे थाना क्षेत्र में भ्रमण कर इन लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
पुलिस जुटा रही ये जानकारी कौन व्यक्ति कब से यहां रह रहा है ? कौन स्थाई रूप से रह रहा है तथा कौन अस्थाई रूप से ?
किस कारण से रह रहा है। परिवार सहित रह रहा है या अकेला।