कानपुर, संवाददाता : 110 दिनों से न्याय के लिए भटक रहीं किसान बाबू सिंह यादव की बेटियों ने पुलिस कमिश्नर आरके स्वर्णकार से मुलाकात किया। इस दौरान सपा नेता और न्याय संघर्ष समिति के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता भी उपस्थित थे। बेटिया बोली कि कानपुर पुलिस न्याय नहीं दे पा रही, तो कम से कम इच्छा मृत्यु ही दे दें।
बेटियों ने पुलिस कमिश्नर से बोली की हमको अनाथ बनाने वाले फरार भाजपा नेता प्रियरंजन आशु,बबलू और अन्य गैंग के सदस्यों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया , जबकि न्यायालय से आरोपियों को कोई राहत नहीं मिली है। बेटियां बोली की धोखे से हमारी जमीन हड़प ली गई।
आरोपी घूम रहे हैं खुले आम
उस धोखे के चलते हमारे पापा ने आत्महत्या कर लिया और अब आरोपी खुले आम घूम रहे हैं और पुलिस कुछ नहीं कर रही। आरोपी सार्वजनिक रूप से घोषणा कर चुका है कि पुलिस उसके साथ है । थाना चकेरी के इंस्पेक्टर हमारा मोबाईल नहीं उठाते। साफ-साफ समझ में आ रहा है की थाने स्तर पर कार्रवाई टाली जा रही है।
हम बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं
बेटियॉ बोली की हम अपने पापा को न्याय न दिलवा पा रहे हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के कारण हम लोगो को बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं। इसलिए आपसे इच्छा मृत्यु की अनुमति मांग रहे है, क्योंकि न्याय मिलना नहीं है। कमिश्नर से यह भी कहा कि अभी तक आप और जेसीपी आनंद प्रकाश ने हमारी मदद किया है।
बेटियों बोली हम सिर उठाकर मरना चाहते हैं
थाने पर लगातार हमारे साथ अन्याय किस जा रहा है और आरोपियो की मदद की जा रही है। इसलिए हम इच्छा मृत्यु मांगते हैं। बेटियों ने कहा की हम बुजदिल की तरह हार के मरना नहीं चाहते, बल्कि सिर उठाकर मरना चाहते हैं। इसलिए अब इच्छा मृत्यु की अनुमति चाहते हैं।
पुलिस कमिश्नर ने चकेरी थानाध्यक्ष की जमकर खबर लिया
इस पर पुलिस कमिश्नर आरके स्वर्णकार ने बेटियों को ढांढस बंधाते हुए बोले बेटियों को हर कीमत पे न्याय दिलाया जायेगा । पुलिस कमिश्नर ने बेटियों के सामने ही थानाध्यक्ष चकेरी को फोन पर कहा कि हैरानी है कि किसान बाबू सिंह यादव प्रकरण में मुख्य आरोपी जब चाहे मीडिया से मिल लेता है और गायब हो जाता है और पुलिस पकड़ नहीं पाती है।