नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : बंगाल की खाड़ी से आ रहीं नम हवाओं के कारण बुधवार को उत्तर प्रदेश ,उत्तराखंड दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में जोरदार वर्षा हुई। उत्तराखंड में टिहरी और रुद्रप्रयाग जिलो में बादल फटने के कारण काफी नुकसान हुआ है।
रुद्रप्रयाग में केदारनाथ पैदल मार्ग बादल फटने के कारण स्थान ध्वस्त हो गए है। जिसके चलते तीर्थ यात्रियों को पड़ावों में ही रुकने को बोला गया है। टिहरी के घनसाली में गदेरे में उफान आने के कारण सड़क किनारे बना रेस्टोरेंट बह गया। इसमें रेस्टोरेंट संचालक व उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई। सड़क किनारे खड़े आठ से 10 गाड़िया भी बह गई ।
देहरादून और हल्द्वानी में एक-एक युवक नदी में बह गए
उत्तराखंड में मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण गौरीकुंड में तप्तकुंड क्षेत्र और सोनप्रयाग में पार्किंग स्थान को खाली करा दिया गया है। हरिद्वार में मकान की छत गिरने के कारण दो बच्चों की मृत्यु हो गई। इस बीच देहरादून और हल्द्वानी में एक-एक युवक नदी में बह गए।
उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर नेताला और बिशनपुर के पास पहाड़ से मलबा और पत्थर गिरे। इस कारण मार्ग करीब दो घंटे तक बंद रहा और 200 कावड़िये फंस गए । उत्तराखंड शासन ने गुरुवार के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में चारधाम यात्रा पंजीकरण कैंसिल कर दिया है। सात जिलों के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गयी ।
बिहार में मानसून पड़ा कमजोर
बिहार में मानसून के कमजोर पड़ने के कारण सामान्य से 37 प्रतिशत कम वर्षा होने के चलते धान की रोपाई आधी भी नहीं हुई है। किसान पम्पिंग सेट से सिचाई कर धान की बोआई कर रहे हैं। पिछले दिनों नेपाल में बांध से पानी छोड़े जाने से बिहार में बाढ़ जैसे हालात थे।
समाचार एजेंसी प्रेट्र के मुताबिक उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 12 लोगों की मृत्यु हो गई। उधर, बिहार में वज्रपात से चाचा-भतीजा सहित 11 लोगों की मृत्यु हो गई।