अल्मोड़ा/चौखुटिया,संवाददाता : जिले में भारी वर्षा से जनजीवन प्रभावित रहा। जगह-जगह सड़कों और रास्तों पर जलभराव से लोग परेशान रहे। वहीं पहाड़ी से मलबा गिरने से एक एसएच सहित 12 सड़कों पर आवाजाही रुक गई। इससे 80 से अधिक गांव अलग-थलग पड़ गए। चौखुटिया के चांदीखेत में कालीगाड़ नाला उफान पर आ गया जो अपने साथ भारी मात्रा में मलबा बहा लाया। नाले का बहाव मुख्य बाजार की तरफ होने से यहां रह रहे लोग दहशत में रहे जबकि आठ से ज्यादा दुकानों में मलबा घुस गया।
अल्मोड़ा में जिला मुख्यालय के साथ ही रानीखेत, द्वाराहाट, चौखुटिया, सोमेश्वर, भिकियासैंण, ताकुला, भैंसियाछाना सहित अन्य हिस्सों में बुधवार तड़के भारी वर्षा हुई। वर्षा के बाद पहाड़ी से मलबा गिरने से सुवाखान, चलनीछीना एसएच सहित कोसी-कुरीछीना, मकड़ाऊ-दशौला, थला-ध्याड़ी, चमकना-थात, पैसिया-मल्ला गड़कोट, जैंती-नयासंग्रौली, चौसाला-थिल, गजार-क्वैराली, खेती-जटेश्वर, मन्हैत-पीपना, द्वाराहाट-गोचर सड़कें बंद हो गईं। इन सड़कों पर आवाजाही थमने से 40 हजार से अधिक की आबादी को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
चौखुटिया के चांदीखेत में भारी बारिश के बाद कालीगाड़ नाले के उफान पर आने से इसका पानी मुख्य बाजार में रामनगर-बदरीनाथ सड़क पर पहुंच गया। पूरी सड़क नाले के रूप में तब्दील हो गई और किनारे स्थित आठ से दुकानों में पानी और मलबा घुस गया इससे व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। नाले के उफान पर आने से बाजार सहित नाले के आसपास रहने वाले लोग दहशत में रहे। वर्षा हल्की होने पर नाले का उफान कम हुआ तो लोगों ने राहत की सांस ली।
कलमठ बंद होने से आक्रोशित लोगों ने किया लोनिवि के खिलाफ प्रदर्शन
चांदीखेत में कालीगाड़ नाला लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। दो माह के भीतर बारिश के बाद तीन बार नाले के उफान पर आने से बाजार की मुख्य सड़क और दुकानों के भीतर भारी मात्रा में मलबा आ गया। आक्रोशित लोगों ने बुधवार को मुख्य बाजार में एकत्र होकर लोनिवि के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि नाले में बना कलमठ बंद है इससे इसका पानी बाजार में घुस रहा है। लोनिवि कलमठ खोलने के लिए गंभीरता नहीं दिखा रहा इसकी कीमत यहां रहने वाले लोगों और व्यापारियों को चुकानी पड़ रही है। वहां पर मदन सिंह, किशन सिंह, गोपाल गिरी, बालम, कुबेर, बीरबल सिंह आदि थे।