कानपुर, संवाददाता : बिकरू कांड की आरोपी मनु पांडेय के चौबेपुर में स्थित मकान को पुलिस राजस्व विभाग और पुलिस ने समान कुर्क करने के बाद सील कर दिया है। आपको ज्ञात हो कि पुलिस ने मनु पांडेय को पहले सरकारी गवाह बनाया था। वहीं, पुलिस ने तीन वर्षो बाद उसे आरोपी बनाया है।
बिकरू कांड की घटना के बाद ज्यादा ऑडियो मनु के वायरल हुए थे। मनु विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय की बहु हैं। माती कोर्ट से कुर्की का नोटिस जारी होने के बाद यह कार्रवाई हुई है। पुलिस का दावा है कि जानकारी मिलने के बाद से मनु पांडेय फरार है।
दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने दो जुलाई 2020 की रात अपने साथियो के साथ मिलकर सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दिया था । बिकरू कांड की घटना बाद यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे समेत छह बदमाशों को एनकांउटर में मार गिराया था। इस प्रकरण में 36 आरोपी जेल में बंद हैं।
मनु के घर में सीओ देवेंद्र मिश्रा की हत्या की गयी थी
बिकरू कांड के बाद पुलिस-प्रशासन ने विकास दुबे की कोठी पर बुलडोजर चला कर खंडहर में तब्दील कर दिया था। इसके साथ ही उसकी लग्जरी गाड़ियों और ट्रैक्टर को भी नष्ट कर दिया गया था। मनु पांडेय के घर के आंगन में सीओ देवेंद्र मिश्रा की हत्या की गई थी।
मनु पर आरोप था कि उसने फोन कर दिया था पुलिस की लोकेशन वहीं, बरामदे में दो सिपाहियों की लाशें मिली थीं। बिकरू कांड की अगली सुबह पुलिस ने विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और अतुल दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया था। मनु पांडेय पर आरोप था कि उसने फोन करके विकास दुबे के गैंग के सदस्यों को पुलिस के लोकेशन की जानकारी दी।
बिकरू कांड के वक्त पुलिस पर सवाल उठे थे कि मनु को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया। वहीं, अब पुलिस का दावा है कि ऑडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर ही उसे आरोपी बनाया गया है। गुरुवार दोपहर एसडीएम बिल्हौर रश्मि लाम्बा तथा चौबेपुर इंस्पेक्टर रविंद्र श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचकर कुर्की के कार्रवाई के बाद मकान को सील कर दिया।