नई दिल्ली, वर्ल्ड डेस्क : अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने के बाद अब चीन ने चांद पर अंतरिक्ष स्टेशन बनाने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा चीन ने चंद्रमा पर मानवयुक्त चंद्र मिशन भेजने का भी एलान किया है। चंद्रमा पर बनने वाले अंतरिक्ष स्टेशन में रहकर उसके वैज्ञानिक अन्य ग्रहों के बारे में जानकारी जुटाएंगे और जीवन की खोज करेंगे। चीन के अंतरिक्ष निकाय से जुड़े अधिकारियों ने 2024 से 2050 तक चलने वाले अंतरिक्ष विज्ञान मिशन और अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम जारी किया।
चांद पर पहुंचने के लिए हर देश कर रहा कड़ी मशक्कत
चांद पर पहुंचने के लिए हर देश कड़ी मशक्कत कर रहा है। हाल ही में भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग कराकर इतिहास रच दिया था। वहीं अब चीन ने चांद पर अपना अंतरिक्ष स्टेशन बनाने का का एलान किया है। इसके पहले चीन अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन बना चुका है। इसके अलावा उसके कई अंतरिक्ष मिशन सफल रहे हैं। चीन का अंतरिक्ष यान चांग ई-6 चंद्रमा के ऐसे हिस्से से मिट्टी लेकर आया जहां कोई नहीं पहुंच सकता।
अब चीन विज्ञान अकादमी (सीएएस) के उपाध्यक्ष डिंग चिबियाओ ने चीन के अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े कार्यक्रमों का 2050 तक रोडमैप जारी किया है। उन्होंने बताया कि चीन 2028 से 2035 तक अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन का निर्माण करेगा। यहां रहकर अंतरिक्ष यात्री और वैज्ञानिक शोध कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 2027 तक चीन अंतरिक्ष स्टेशन के संचालन, मानव युक्त चंद्र मिशन और अन्य ग्रहों के मिशन पर फोकस करेगा।
इसके तहत वैज्ञानिक सौरमंडल, आकाशीय पिंडों की जीवन क्षमता का पता लगाएंगे। साथ ही अन्य ग्रहों पर जीवन की खोज करेंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान सौरमंडल की उत्पति, ग्रहों के वायुमंडल की खासियत के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी। इसके अलावा ब्रह्मांड की उत्पत्ति, गुरुत्वाकर्षण तरंगों के साथ ही पृथ्वी और सूर्य के बारे में खोज की जाएगी। वहीं कार्यक्रम के तहत पृथ्वी की घूर्णन प्रणाली, पृथ्वी चंद्रमा का अवलोकन, अंतरिक्ष के मौसम के बारे में भी जानकारी एकत्र की जाएगी।