नई दिल्ली, न्यूज़ डेस्क : कर्नाटक में बड़े सियासी बदलाव की सुगबुगाहट कई दिनों से चल रही है। हालांकि, राज्य का मुख्यमंत्री बदलने के आसार बेहद कम हैं। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। कांग्रेस हाई कमान फिलहाल मुख्यमंत्री बदलने के मूड में नहीं है।
गुरुवार देर रात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की फोन पर तकरीबन 10 मिनट बातचीत भी हुई है। कर्नाटक में दिसंबर के बाद कैबिनेट में फेरबदल होने की संभावना है। राज्य में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद मंत्रिमंडल में पेरबदल हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार से ज्यादा विधायकों के समर्थन मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के पास है। हालांकि डी के शिवकुमार के खेमे के लोग भी दिल्ली में कैंप कर रहे हैं, सोमवार तक डीके शिवकुमार खेमे के कुछ और लोग दिल्ली पहुंच सकते हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा-
कांग्रेस नेता रणदीप सूरजेवाला ने इस मामले पर जानकारी देते हुए लिखा, “कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उपमुख्मंत्री से बात हुई और वे इस बात पर सहमत हुए कि बुरी तरह हारी हुई और गुटों में बंटी कर्नाटक बीजेपी, मीडिया के एक हिस्से के साथ मिलकर, जानबूझकर कर्नाटक और उसकी कांग्रेस सरकार के खिलाफ बदनाम करने वाला कैंपेन चला रही है।
इसका एकमात्र मकसद शानदार कामयाबियों और 5 कांग्रेस सरकार की गारंटी को कमजोर करना है, जो सबको साथ लेकर चलने वाले विकास और सबको साथ लेकर चलने वाले न्याय का एक शानदार मॉडल बन गए हैं। कुछ कांग्रेस नेताओं और विधायकों के बेवजह के बयानों ने भी अटकलों को और बढ़ा दिया है। कांग्रेस ने उन्हें लीडरशिप के मुद्दे पर कोई भी पब्लिक बयान देने या अपने फायदों के लिए चलाए जा रहे एजेंडे में न आने की सख्त चेतावनी दी है। पार्टी के अलग-अलग नेताओं की राय पर लीडरशिप ने ध्यान दिया है।”
