नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क : हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वो वर्ल्ड कप जैसे बडे़ टूर्नामेंट में देश के लिए कुछ ऐसा कर जाए, जिसको सदियों तक याद रखा जाए। मोहम्मद रिजवान ने श्रीलंका के खिलाफ कुछ ऐसा ही कारनामा करके दिखाया है। क्रैम्प के दर्द से रिजवान कराह रहे थे। पीठ में दर्द इतना था कि बैटिंग तो छोड़िए विकेटकीपर बल्लेबाज खड़े होने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था, लेकिन इस खेल की सबसे खूबसूरत बात ही यही है कि यह आपको लड़ना, जूझना और कुछ कर गुजरने का हुनर सिखाता है।
भयंकर दर्द के बावजूद रिजवान मैदान छोड़ने को तैयार नहीं थे। शायद रिजवान जानते थे कि अगर वह हालातों से हार मानकर ड्रेसिंग रूम लौट गए, तो पाकिस्तान की जीत हार में तब्दील हो जाएगी। अपने देश और टीम की खातिर रिजवान हर दर्द को सह गए और 49 ओवर के दूसरी गेंद पर चौका लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाकर ही लौटे।
दर्द से लड़ गए रिजवान
मोहम्मद रिजवान जब बल्लेबाजी कर रहे थे, तो एक शॉट को खेलते हुए रिजवान जमीन पर धड़ाम से गिर गए। दर्द से रिजवान छटपटाते हुए नजर आए। रिजवान ने फिजियो की मदद ली, हिम्मत जुटाई और फिर से बल्लेबाजी करने खड़े हो गए। इसके बाद बैटिंग के दौरान रिजवान को पीठ में भी काफी तेज दर्द हुआ, जिसके बाद वह बीच मैदान पर लेटे हुए भी दिखाई दिए। यह तमाम तरह के दर्द मिलकर भी रिजवान के मजबूत इरादों को नहीं तोड़ सके। देश के लिए कुछ कर गुजरने की चाहत रिजवान की बल्लेबाजी और उनके चेहरे पर साफ नजर आई।
खेली यादगार पारी
मोहम्मद रिजवान जब क्रीज पर उतरे तो पाकिस्तान की टीम महज 37 के स्कोर पर दो विकेट खोकर मुश्किल में थी। रिजवान ने मोर्चा संभाला और अब्दुल शफिक के साथ मिलकर टीम की पारी को संवारा। शफिक के साथ मिलकर रिजवान ने तीसरे विकेट के लिए 176 रन जोड़े। शफिक 113 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन दूसरे छोर पर रिजवान खूंटा गाड़कर खड़े रहे और टीम को जीत दिलाकर ही वापस लौटे। रिजवान ने 121 गेंदों का सामना करते हुए 131 रन की लाजवाब पारी खेली। इस इनिंग के दौरान रिजवान ने 8 चौके और तीन छक्के जमाए।
पाकिस्तान की रिकॉर्ड जीत
पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने वनडे विश्व कप में अब तक का सबसे बड़े लक्ष्य चेज सफलतापूर्वक चेज कर डाला है। श्रीलंका से मिले 345 रन के टारगेट को पाकिस्तान ने 10 गेंद शेष रहते हुए हासिल किया। रिजवान के अलावा अब्दुल शफिक ने भी शतकीय पारी खेली।