कानपुर, संवाददाता : 2003 का विवरण न भरने वालों या प्रपत्र जमा न करने वालों को जनवरी में नोटिस भेजी जाएगी। 31 दिसंबर से 30 जनवरी तक दूसरे चरण में छूटे लोग नाम जुड़वा सकते हैं।
जिले में गहन मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत मतदाता छंटनी की तैयारी पूरी हो चुकी है। 26 दिसंबर को पहला चरण समाप्त हो चुका है। करीब 9.01 लाख मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाएंगे जबकि 2.27 लाख से अधिक लोगों को जनवरी के पहले सप्ताह में सीधे नोटिस भेजे जाएंगे। इन मतदाताओं ने 2003 की सूची का कोई विवरण नहीं दिया।
प्रथम चरण की अंतिम तारीख यानी 26 दिसंबर को बीएलओ ने घर-घर दस्तक दी थी लेकिन हजारों लोगों ने फार्म जमा नहीं किए। ऐसे मामलों को संदिग्ध मानते हुए डिलीट लिस्ट में डाला जा रहा है। जिले में 74.52 प्रतिशत डिजिटाइजेशन पूरा हुआ। शेष 25.48 प्रतिशत मतदाता डिलीशन ज़ोन में हैं जिनमें मृतक, शिफ्टेड, अनुपस्थित और फर्जी नाम शामिल हैं। जिले की 10 विधानसभा में 35,38,261 मतदाता थे। एसआईआर के तहत सिर्फ 26,36,624 मतदाताओं का डिजिटाइजेशन हो सका।
2,27,011 मतदाता ऐसे पाए गए जिन्होंने 2003 की सूची के अनुसार अपने पूर्वजों से जुड़ी कोई भी जानकारी गणना प्रपत्र में नहीं भरी
वहीं, 2,27,011 मतदाता ऐसे पाए गए जिन्होंने 2003 की सूची के अनुसार अपने पूर्वजों से जुड़ी कोई भी जानकारी गणना प्रपत्र में नहीं भरी। सभी को नोटिस जारी करने की तैयारी है। पुनरीक्षण के दौरान जिले में 3.90 लाख वोटर ऐसे मिले जो दूसरी जगह शिफ्ट होकर दो जगह वोटर बने थे। 1.01 लाख वोटर मृतक पाए गए। 3.10 लाख वोटर लंबे समय से लापता हैं। 29,501 डुप्लीकेट पंजीकरण मिले। सभी का नाम कटना तय है।
अब आखिरी मौका, 31 दिसंबर से जुड़वाएं नाम
उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि 31 दिसंबर से 30 जनवरी तक दूसरे चरण में छूटे लोग नाम जुड़वा सकते हैं। जनवरी 2026 में 18 साल पूरे करने वाले युवा वोटर बन सकेंगे। हर बूथ पर विशेष कैंप लगाए जाएंगे। नाम, पता, फोटो में संशोधन का मौका मिलेगा। उपजिला निर्वाचन अधिकारी ने चेतावनी दी है कि जो लोग दूसरे चरण में भी सामने नहीं आएंगे उनके नाम काट दिए जाएंगे।
