लखनऊ , संवाददाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोएडा के उन्नति फॉर्च्यून होल्डिंग्स लिमिटेड (यूएफएचएल) द्वारा विकसित की जा रही अरण्य परियोजना में करीब 100 करोड़ रुपये कीमत की संपत्तियों को सोमवार को जब्त कर लिया। यह संपत्तियां कंपनी के प्रमोटर अनिल मिठास की हैं। ईडी ने कंपनी के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज करने के बाद संपत्तियां जब्त की हैं।
दरअसल, ईडी ने कंपनी के प्रमोटर अनिल मिठास, मधु मिठास और अन्य लोगों के खिलाफ निवेशकों की ओर से पुलिस में तमाम एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। इसके आधार पर ईडी ने केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। ईडी की जांच में सामने आया कि कंपनी ने करीब 100.06 करोड़ रुपये की हेराफेरी की है।
डूब गई निवेशकों की रकम
अनिल मिठास द्वारा 2011 से 2019 के दौरान संबंधित पक्ष को इक्विटी निवेश, वरीयता शेयर, डिबेंचर/बॉन्ड, ऋण और अग्रिम और सुरक्षा जमा आदि के जरिये कंपनी के कई बैंक खातों में निवेशकों की रकम में से 126.30 करोड़ रुपये डायवर्ट कर दिए गए। इससे परियोजनाएं पूरी नहीं हो पाईं और निवेशकों की रकम डूब गई।
126 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त हो चुकी
ईडी ने अनिल मिठास को बीती 16 अप्रैल को गिरफ्तार किया था। साथ ही, कंपनी के कई ठिकानों पर छापा भी मारा था। बता दें, इससे पहले ईडी ने कंपनी की 25.94 करोड़ मूल्य की 13 संपत्तियों को जब्त किया था। सोमवार को हुई कार्रवाई के बाद कंपनी की अब तक 126 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त हो चुकी हैं। वहीं, गाजियाबाद स्थित पीएमएलए कोर्ट में यूएफएचएल और उसके प्रमोटर अनिल मिठास के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है।