नई दिल्ली, न्यूज़ डेस्क : आईपीएल खत्म होने के बाद भारतीय टीम को इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है, लेकिन आईपीएल को बीच में स्थगित करने और कुछ दिनों के अंतराल के बाद उसे दोबारा शुरू करने के कारण भारत-ए टीम के इंग्लैंड दौरे को लेकर चीजें कुछ बदल गईं हैं। पहले आईपीएल 25 मई को खत्म हो रहा है लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के कारण बीच में टूर्नामेंट के स्थगित होने के कारण अब इसका फाइनल तीन जून को खेला जाएगा।
वहीं, भारत-ए टीम को इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 30 मई से और छह जून से दो चारदिवसीय मैच खेलने हैं। इसके बाद 13 जून से भारत-ए और भारतीय सीनियर टीम के बीच एक चारदिवसीय मैच खेला जाएगा। इसके बाद भारतीय टीम 20 जून से लीड्स में इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलेगी। भारत-ए टीम का चयन जल्द कर लिया जाएगा। चयन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
25 मई को रवाना होगी इंडिया-ए टीम
भारत-ए टीम का पहला बैच 25 मई को इंग्लैंड के लिए रवाना होगा। पहले उन खिलाड़ियों को भेजा जाएगा जिनकी आईपीएल लीग चरण में जिम्मेदारियां समाप्त हो चुकी होंगी। जैसे-जैसे आईपीएल आगे बढ़ेगा और टीमें बाहर होती जाएंगी, वैसे-वैसे अन्य खिलाड़ी भी इंग्लैंड के लिए रवाना होते जाएंगे। यह योजना खिलाड़ियों को बेहतर तैयारी का समय देने और इंग्लैंड की परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढालने के मकसद से बनाई गई है।
मुख्य कोच गौतम गंभीर और भारतीय सीनियर टीम के खिलाड़ी छह जून को इंग्लैंड के लिए रवाना होंगे। जब सूत्र से पूछा गया कि कप्तान शुभमन गिल के साथ उप कप्तान कौन होंगे तो उन्होंने कहा कि यह तो तय हो गया है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद शुभमन टीम की कप्तानी करेंगे लेकिन, अभी यह तय नहीं है कि उनका नायब कौन होगा।
उप कप्तान की दौड़ में ऋषभ पंत और केएल राहुल के साथ यशस्वी जायसवाल का भी नाम है। पंत ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका औसत 40 से ज्यादा का है जबकि राहुल के पास अनुभव है। वहीं यशस्वी काफी युवा हैं लेकिन उनका औसत भी 52.88 है। वह लगातार इस प्रारूप में अच्छा कर रहे हैं। सूत्र ने कहा कि चयनसमिति की बैठक में तय होगा कि गिल के साथ उपकप्तान कौन होगा।
खिलाड़ियों की उपलब्धता होगी चयन में अहम
भारत-ए टीम चयन पूरी तरह से खिलाड़ियों की उपलब्धता और आईपीएल की समाप्ति पर निर्भर करेगा। चयनकर्ताओं की प्राथमिकता उन खिलाड़ियों को भेजने की होगी जो टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हों या जिनके मुकाबले कार्यक्रम के अनुसार पहले ही खत्म हो चुके हों। यह रणनीति यह सुनिश्चित करेगी कि भारत-ए टीम इंग्लैंड में मजबूत तैयारी के साथ उतरे और मुख्य टीम के लिए भी एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम तैयार रहे।