लंदन, एपी : यूरोपीय संघ (ईयू) ने इजरायल-हमास युद्ध के दौरान अवैध सामग्रियों और गलत जानकारियों की रोकथाम के लिए मेटा (फेसबुक) और टिकटाक से उठाए गए कदमों का ब्योरा मांगा है। 27 देशों के संगठन ईयू ने इंटरनेट मीडिया कंपनियों से औपचारिक रूप से अपील की है कि वह ऑनलाइन प्लेटफार्मों के लिए बनाए गए नए नियमों के तहत कैसे सूचनाओं को मुहैया करा रही हैं।
गलत सूचनाओं से निपटने का आदेश
आयोग ने मेटा और टिकटाक को यह भी स्पष्ट करने को कहा है कि आतंकी व हिंसक सामग्री, नफरत भरे भाषण और गलत सूचनाओं के फैलने के खतरों से कैसे निपटते हैं। अगस्त से लागू हुए ईयू के नए नियमों के अनुसार बड़ी टेक कंपनियों पर अवैध जानकारियों को रोकने की अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी। डिजिटल सर्विस एक्ट के नाम के इन नए नियमों को इजरायल-हमास युद्ध के जरिए परखा जा रहा है।
अपील का नहीं मिला कोई जवाब
इससे पहले ईयू ने पिछले हफ्ते अपनी पहली औपचारिक अपील इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स के मालिक एलन मस्क से की थी। यूरोपीय कमिश्नर थेरी ब्रेटन ने यू ट्यूब समेत तीन इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों को चेतावनी भरा पत्र भेजा था। फेसबुक और इंस्टाग्राम के मालिक मेटा और वीडियो साझा करने वाले ऐप टिकटाक ने फिलहाल इस अपील का कोई जवाब नहीं दिया है।