बरेली, संवाददाता : उत्तर प्रदेश के बरेली में भुता निवासी युवती फराह अंसारी ने तीन तलाक और हलाला के डर से धर्म परिवर्तन कर लिया। इसके बाद उसने अपने प्रेमी राम के साथ हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार मंदिर में शादी रचा लिया । शादी के बाद फराह ने अपना नाम बदलकर जानकी रख लिया। दोनों लोगो के परिजन शादी में सम्मिलित नहीं हुए। युवती ने अपने परिजनों पर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
भुता निवासी फराह अंसारी की उम्र 23 साल है। उसने कहा कि राम उसके पड़ोस में ही रहता है। बचपन से दोनों एक-दूसरे को जानते हैं। बड़े होने पर दोनों दोस्त बन गए। यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई, लेकिन उनके प्यार के आड़े मजहब की दीवार आ गई। दोनों के अलग-अलग समुदाय होने के कारण से परिवार वाले शादी के लिए राजी नहीं हुए।
अयोध्या धाम मंदिर में रचाई शादी
दोनों के मिलने पर भी पाबंदी लगा दी गई। दोनों ने अपने घरवालों को मनाने का प्रयास किया। इसके बाद भी परिजन शादी के लिए तैयार नहीं हुए। इस पर शनिवार को फराह अंसारी और राम ने थाने के सामने बने अयोध्या धाम मंदिर में शादी रचा लिया । शादी के बाद फराह ने अपना नाम भी बदल लिया। शादी के बाद प्रेमी युगल ने थाने पहुंच कर पुलिस से सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की।
फराह ने कहा कि प्रेम-प्रसंग की जानकारी होने पर उसके घरवाले दूसरी जगह शादी करने का दबाव बना रहे थे। मना करने पर पिटाई की जाती थी। कई बार जान से मारने की धमकी भी दी।
फराह ने कहा कि हिंदू धर्म में महिलाओं का सम्मान है। यहां किसी कुरीति का सामना नहीं करना पड़ता है। तीन तलाक और हलाला जैसी कुरीति को लेकर वह बचपन से ही डरी रहती थी। इसलिए उसने हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया।
फरीदपुर के सीओ गौरव सिंह ने कहा कि प्रेमी युगल बालिग हैं। दोनों ने अपनी मर्जी से शादी किया है। उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। दंपती को परेशान करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी ।