नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क : तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक हवाई अड्डे के पास रविवार को एक महिला कॉलेज छात्रा का कथित तौर पर अपहरण और गैंगरेप करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी थवासी, कार्तिक और कालीस्वरन को मंगलवार तड़के पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पैरों में गोली लगी है और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
कोयंबटूर सिटी के पुलिस आयुक्त सरवण सुंदर ने कहा, “कोयंबटूर शहर के बाहरी इलाके वेल्लाकिनारु में पुलिस को आरोपियों के पैर में गोली मारनी पड़ी, तभी वे मौके से भागने की कोशिश कर रहे थे। घायल आरोपियों में गुना, करुप्पासामी और कार्तिक उर्फ कालीस्वरन शामिल हैं। सभी आरोपियों को कोयंबटूर के पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। मुठभेड़ में एक हेड कांस्टेबल भी घायल हुआ है। जांच जारी है।”
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल कोयंबटूर के एक निजी कॉलेज की छात्रा अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ कार में थी, जब आरोपियों ने कथित तौर पर उसे अगवा कर लिया, फिर उसे जबरन किसी दूसरे जगह पर ले गए और गैंगरेप किया। पुलिस का आरोप है कि आरोपियों ने ब्वॉयफ्रेंड की भी मौत के घाट उतार दिया।
सियासत हुई तेज
इस घटना के बाद तमिलनाडु में राजनीति तेज हो गई है। विपक्ष ने एमके स्टालिन सरकार से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए। भाजपा ने भी कल शाम कोयंबटूर में विरोध प्रदर्शन किया और पुलिसकर्मियों की भारी कमी का आरोप लगाते हुए राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा की।
भाजपा के नेता अन्नामलाई ने कहा कि कोयंबटूर की घटना बेहद चौंकाने वाली है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “तमिलनाडु में डीएमके सरकार के सत्ता में आने के बाद से महिलाओं के खिलाफ इस तरह के लगातार अपराध साफ तौर से दर्शाते हैं कि असामाजिक तत्वों को कानून या पुलिस का जरा भी डर नहीं है। डीएमके के मंत्रियों से लेकर कानून प्रवर्तन अधिकारियों तक, यौन अपराधियों को संरक्षण देने की स्पष्ट प्रवृत्ति है।”
अन्नामलाई ने कहा कि इस घटना के बाद सीएम स्टालिन को शर्म से सिर झुका लेना चाहिए।
