जम्मू कश्मीर, संवाददाता : कश्मीरी पंडितों की आस्था का महापर्व खीर भवानी मेला इस वर्ष ज्येष्ठ अष्टमी पर 14 जून को कश्मीर घाटी में विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया जाएगा। इसकी तैयारियां तेज हो गई हैं। शनिवार को राहत एवं पुनर्वास आयुक्त डॉ. अरविंद करवानी ने प्रबंधों की मौके पर समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन, मंदिर प्रबंधक समिति के सदस्यों और यात्रियों से बातचीत कर आवास, सफाई, रसद, सुरक्षा और अन्य बुनियादी सुविधाओं से संबंधित व्यवस्थाओं की स्थिति का आकलन किया। जम्मू से यात्रा 12 जून को सुबह 6 बजे कश्मीर के लिए रवाना होगी।डॉ. अरविंद करवानी ने उपायुक्तों से कहा कि वे संबंधित जिलों में यात्रा व्यवस्थाओं की निगरानी और समन्वय के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त करें।
बाद में साइट इंजीनियरों के साथ उत्तर, दक्षिण और मध्य कश्मीर में निर्माणाधीन पीएम पैकेज कर्मचारियों के लिए विभिन्न आवासों का निरीक्षण किया। डॉ. करवानी ने घाटी में विभिन्न स्थानों पर रह रहे पीएम पैकेज कर्मचारियों से बातचीत भी की। उन्होंने आवास आवंटन, बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि और उनके बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा जैसी उनकी मांगों को सुना।
आयुक्त ने आश्वासन दिया कि उनकी सभी वास्तविक मांगों को चरणबद्ध तरीके से संबोधित किया जाएगा। उन्होंने इंजीनियरों से गुणवत्तापूर्ण कार्य और तेजी से पूरा करने को सुनिश्चित करने को कहा ताकि सरकार द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार पात्र कर्मचारियों को जल्द से जल्द आवास आवंटित किए जा सकें।
जम्मू से निकलने वाली यात्रा रामबन में कुछ देर रुकने के बाद यात्रा विभिन्न गंतव्यों जैसे तुलमुला (गंदरबल), टिक्कर (कुपवाड़ा), देवसर (कुलगाम), मंजगाम (कुलगाम) और लोगरीपोरा (अनंतनाग) के लिए आगे बढ़ेगी, जो शाम तक गंतव्य पर पहुंचेगी। इस दौरान पहले की तरह जम्मू से श्रद्धालुओं को लाने और ले जाने की सुविधा रहेगी।