वाशिंगटन, एजेंसी : हमास और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका इजरायल को अपना समर्थन दे रहा है। अमेरिका ने इजरायल को सैन्य सहायता भी मुहैया कराया है। इस बीच राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इजरायल में स्थिति की बहुत बारीकी से निगरानी कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हमास के आतंकवादियो ने यहूदी लोगों के खिलाफ वर्षो पुरानी विरोधी यहूदीवाद और नरसंहार की दर्दनाक यादें वापस ताजा कर दिया हैं।
बाइडन ने कहा कि शनिवार के इस हमास हमले को नरसंहार के बाद से यहूदियों के लिए “सबसे घातक दिन” करार दिया गया।
राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने बयान में बोले , “हम इजरायल में स्थिति की बहुत ही सूक्ष्म रूप से निगरानी कर रहे हैं, और उपराष्ट्रपति और मैंने और मेरी सुरक्षा टीम के अधिकांश सदस्यों ने आज सुबह फिर से प्रधानमंत्री नेतन्याहू से वार्ता किया है। उन्होंने युद्ध पर बोलते हुए कहा, “इस हमले ने सालों पुरानी यहूदी लोगों के खिलाफ यहूदी विरोधी भावना के चलते और नरसंहार द्वारा छोड़ी गई दर्दनाक यादों और पुराने घावों को पुनः हरा कर दिया है।”
अमेरिका ने इजराइल को दिया समर्थन
जो बाइडन ने अपने बयान में बोले “इस वक्त हमें समर्थन देने में बिल्कुल स्पष्ट होना होगा। आतंकवाद का कोई वजूद नहीं होना चाहिए और न ही इसको किसी भी तरह से सही ठहराना का कोई बहाना नहीं होना चाहिए। इस युद्ध में जिस प्रकार से आतंकवाद ने अपना रूप दिखाया है वह बिल्कुल ही अलग तरीके का देखा गया। इजरायल की सुरक्षा और यहूदी लोगों की सुरक्षा के प्रति मेरी प्रतिबद्धता अटल है। संयुक्त राज्य अमेरिका इजराइल के समर्थन में है। हम आज और उसके बाद भी इस पर काम करते रहेंगे।
इजरायल में हमास के हमले से 1200 से अधिक लोग मारे गए हैं।वहीं, इजरायल ने जवाबी हमले में गाजा के लगभग 1,100 लोग मारे गए हैं। बाइडन ने यहूदी समुदाय के नेताओं के साथ एक गोलमेज बैठक में रुके और आतंकवादी हमलों पर इजरायल के प्रति अपने अटूट समर्थन का भरोसा दिया।