नई दिल्ली, एनएआई : केंद्र की मोदी सरकार ने 1994 बैच की अरुणाचल प्रदेश सरकार में सेवारत आईएएस अधिकारी रिंकू दुग्गा को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर दिया। पिछले वर्ष मई में रिंकू दुग्गा और उनके पति, संजीव खिरवार का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें वो कुत्ता घुमाते हुए नजर आ रहे थे। स्टेडियम में एथलीटों और कोचों को उस दिन अपना अभ्यास सत्र जल्दी खत्म करने और जगह खाली करने के लिए कहा गया था
जबकि आईएएस दंपति अपने पालतू कुत्ते को घुमा सकें। केंद्र सरकार ने रिंकू दुग्गा को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर नौकरशाहों को सख्त संदेश दे दिया है कि जनता जनार्दन देश में सर्वोच्च है। इस प्रकरण में किसी भी तरह की कोताही, लापरवाही और भ्रष्टाचार केंद्र सरकार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करने वाली है ।
कुत्ता टहलाने और एथलीटों को बाहर किए जाने के प्रकरण की केंद्र सरकार ने रिंकू दुग्गा और उनके पति संजीव खिरवार के खिलाफ जांच कराई थी। इस रिपोर्ट से एथलीटों और जनता में भारी असंतोष फैल गया था। इसके बाद दिल्ली सरकार में प्रमुख सचिव (राजस्व) के रूप में कार्य करने वाले संजीव खिरवार को लद्दाख में स्थानांतरित कर दिया गया था।
वहीं दुग्गा को अरुणाचल प्रदेश में स्वदेशी प्रकरणों के प्रमुख सचिव के रूप में नियुक्त कर दिया गया था। इससे पहले भी केंद्र की भाजपा सरकार ने देशभर के सभी केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को एक सख्त चेतावनी दिया है । कर्मचारियों को काम को लेकर सतर्क रहने और लापरवाही नहीं बरतने के आदेश दिए गए है। अगर ऐसा होता है तो रिटायरमेंट के बाद पेंशन व ग्रेच्युटी रोकने का निर्देश दिए गए। इस आदेश पर राज्य सरकारों से अपने स्तर पर फैसला लेने को कहा गया था।