उज्जैन, सुनील भार्गव : उज्जैन के बड़नगर रोड पर मोहनपुरा पुल का निर्माण कार्य 7 वर्षों से अधर में लटका है। पुल निर्माण कंपनी आधे अधूरे निमार्णाधीन पुल का कार्य बंद कर गायब है। अब यहां की जनता ने चुनाव में इसे मुद्दा बनाने का मन बनाया है। लोगों का कहना है कि जो पुल बनाने का वादा पूरा करेगा, वो ही यहां का विधायक बनेगा।
सिंहस्थ के बाद से शुरू हुआ निर्माण अब तक नहीं हो सका पूर्ण
बता दें कि 2016 के सिंहस्थ के बाद मोहनपुरा पुल का काम शुरू हुआ था, लेकिन अभी तक पुल बनकर तैयार नहीं हुआ है। मोहनपुरा के समीप रेलवे क्रॉसिंग पर हमेशा गाडियो का जाम बना रहता है। मोहनपुरा के लोगों ने पुल निर्माण पूर्ण नहीं होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस बार आने दो नेताओं को वोट मांगने। जो पुल का काम पूर्ण करवाने का वादा करेगा उसे ही वोट देंगे। बड़नगर रोड पर मोहनपुरा के यहां 21 करोड़ की लागत से पुल बनाया जा रहा है।
पुल का निर्माण कार्य शुरू से ही धीमी गति से चल रहा है। पिछले कई वर्षों से यह पुल बन रहा है लेकिन हर बार कुछ ना कुछ समस्या के चलते इसका निर्माण कार्य रुक जाता है। वर्तमान में पिछले कई माह से पुल का कार्य बंद पड़ा है। 2018 में इस ब्रिज का काम रेलवे की आपत्ति के कारण रोक दिया गया था। उसके बाद कई दिनों तक इस ब्रिज का कार्य बंद पड़ा रहा। जबकि मोहनपुरा पुल का कार्य आधे से ज्यादा हो चुका है। लेकिन शुरू से ही मोहनपुरा ब्रिज का कार्य धीमी गति से चल रहा है।
मोहनपुरा के निवासियों में है आक्रोश
मोहनपुरा के निवासी सुनील शर्मा, इंदर सिंह पटेल, बाबूलाल पटेल, भगवान सिंह, तेजू पटेल, जगदीश सेन,जीवन सिंह पटेल, शिव सिंह, शुभम सेन ने संयुक्त रूप से कहा कि कई वर्षों से पुल का कार्य चल रहा है लेकिन अभी तक पुल बनकर तैयार नहीं हुआ है कई महीने से पुल का निर्माण कार्य भी बंद पड़ा है। इस बारे में जनप्रतिनिधियों को भी अवगत करा चुके हैं। लेकिन अभी तक हमारी समस्या का कोई निराकरण नहीं हुआ है।
आधे से ज्यादा बन चुका है पुल
पुल का निर्माण लगभग 80% के लगभग हो चुका है वहीं पुल के सभी पिलर बनकर तैयार है। रेलवे क्रॉसिंग का हिस्सा भी बनकर तैयार हो गया है। लेकिन पिछले 5-6 माह से पुल का निर्माण कार्य एकदम से बंद पड़ा है और ठेकेदार भी नदारद है तथा पुल बनाने के संसाधन वहीं पड़े हुए हैं। जिसकी देखरेख के लिए एक चौकीदार मौजूद है।